ऑडिट में खुलासा, BMW जैसी महंगी कारों के मालिक ले रहे सामाजिक पेंशन योजना का लाभ

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
शुक्रवार, 29 नवंबर 2024 (15:52 IST)
तिरुवनंतपुरम। केरल के वित्त विभाग ने एक नगरपालिका में गरीबों की सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लाभार्थियों की समीक्षा की है, जिसमें पता चला है कि बीएमडब्ल्यू जैसी महंगी कारों के मालिक और वातानुकूलित मकानों में रहने वाले लोग इस योजना का लाभ उठा रहे हैं।
 
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मलप्पुरम जिले में कोट्टक्कल नगर पालिका के अंतर्गत की गई समीक्षा में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ। उन्होंने बताया कि इसके बाद राज्य के वित्त मंत्री के.एन. बालगोपाल ने अधिकारियों को पूरे राज्य में ऐसा ऑडिट करने और लाभार्थी सूची से सभी अपात्र व्यक्तियों को हटाने का निर्देश दिया है।
 
केरल में राजपत्रित अधिकारियों और कॉलेज के प्रोफेसरों समेत लगभग 1,500 सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारियों के फर्जी तरीके से सामाजिक सुरक्षा पेंशन हासिल करने से जुड़ी खबरों को लेकर व्याप्त आक्रोश के बीच यह नया खुलासा हुआ है।
 
वित्त मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि सभी स्थानीय स्वशासी निकायों को बैंक खातों के माध्यम से पेंशन राशि प्राप्त करने वाले लाभार्थियों की पात्रता का नियमित मूल्यांकन करने का निर्देश दिया जाएगा।
 
राज्य के वित्त मंत्री के.एन. बालगोपाल ने कोट्टक्कल मामले पर सख्त रुख अपनाते हुए शुक्रवार को उन अधिकारियों की सतर्कता जांच के आदेश दिए, जिन्होंने गरीबों की सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में कथित तौर पर ऐसे समृद्ध व्यक्तियों को शामिल किया था।
 
बताया जा रहा है कि वित्त मंत्री ने पात्रता का सत्यापन करने वाले अधिकारियों, आय प्रमाण पत्र जारी करने वाले राजस्व अधिकारियों और पेंशन को मंजूरी देने वाले व्यक्तियों के खिलाफ सतर्कता जांच की बात कही है। वित्त विभाग ने प्रशासनिक विभागों को तुरंत अनुवर्ती कार्रवाई की रिपोर्ट देने का भी निर्देश दिया है।
 
कोट्टक्कल नगर पालिका के 7वें वार्ड में सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारी की गई इस जांच से पहले मलप्पुरम वित्त लेखा परीक्षा विभाग ने पेंशन लाभार्थियों की जांच की थी। 42 लाभार्थियों की जांच की गई, जिनमें से 38 अपात्र पाए गए और एक की मृत्यु हो चुकी है।
 
ऑडिट में बीएमडब्ल्यू कारों के मालिकों समेत अपात्र व्यक्तियों के पेंशन का लाभ लेने जैसे चौंकाने वाले मामले सामने आए। कुछ पेंशनभोगी कथित तौर पर एयर कंडीशनड़ जैसी सुविधाओं वाले घरों में रहते हैं। ऐसे भी उदाहरण मिले, जिनमें सरकारी नौकरी कर चुके पेंशनभोगियों के पति या पत्नी कल्याण पेंशन ले रहे थे। कई अपात्र लाभार्थी 2,000 वर्ग फुट से बड़े मकानों में रह रहे हैं।

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