पश्चिम बंगाल में एक ऐसे व्यक्ति का जन्म हुआ जिसके पूंछ निकली हुई है। इस निकली हुई पूंछ के कारण ही लोग उसे 'हनुमान' का रूप मानते हैं। इस व्यक्ति का नाम है चन्द्रा ओरम। चन्द्रा की माता उसे हनुमान का अवतार मानती है तो पिता उसकी पूंछ को अभिशाप मानते हैं।
कहते हैं कि चन्द्रा की जन्म से ही एक पूंछ निकली हुई थी। चन्द्रा की मां एक हनुमान भक्त थी। इसे संयोग कहें या रहस्य कि चन्द्रा का जन्म भी रामनवमी के दिन ही आज से 27 साल पहले हुआ था। यही कारण था कि मां उसे हनुमान का अवतार मानती थी और मां ने ही उसे एक पंचमुखी हनुमान चित्र दिया। इस चित्र की पूजा चन्द्रा आज भी करता है।
हालांकि चन्द्रा के पिता की नजर में यह पूंछ एक अभिशाप थी। चन्द्रा के पिता ने इसी कारण उसकी पूंछ काटने की ठानी। लेकिन जैसे ही डॉक्टर ने उसकी पूंछ को छूआ तो चन्द्रा बीमार हो गया, तब से आज तक चन्द्रा अपनी पूंछ को किसी को भी छूने नहीं देता। अब यह भी प्रचलित हो गया है कि चन्द्रा की पूंछ से कोई भी छेड़छाड़ करने से वह भी बुरी तरह बीमार हो जाता है और जो चन्द्रा का आशीर्वाद लेता है वह रोगों से दूर हो जाता है। चन्द्रा चावलों के चंद दानों से अब लोगों का इलाज करता है।
चन्द्रा का पूरा नाम चन्द्रा ओरम है, जो पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी क्षेत्र में रहता है। चन्द्रा ओरम की पूंछ लगभग साढ़े 13 से 14 इंच की है। माना जाता है कि इनकी पूंछ में बहुत सारे हिलिंग पॉवर हैं। कहते हैं कि चन्द्रा की पूंछ पर शोध हुए हैं लेकिन अभी तक यह साबित नहीं हो पाया कि यह पूंछ कैसे उनके शरीर में निकल आई? अलीपुर द्वारा में चन्द्रा ओरम चाय बागान में मजदूरी करते हैं।