वॉशिंगटन। यूक्रेन पर रूस के हमले लगातार जारी हैं। यूक्रेन हिम्मत और जज्बे के साथ रूसी सेना का मुकाबला कर रहा है। अमेरिका ने यूक्रेन के साहस की तारीफ की है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपना पहला स्टेट ऑफ द यूनियन (SOTU) संबोधन दिया। इसमें उन्होंने यूक्रेन की पीठ थपथपाई। हालांकि यूक्रेन की सहायता के लिए अमेरिकी सेना भेजने से इंकार किया। उनके इस भाषण के बाद सवाल उठने लगे हैं कि आखिर यूक्रेन-रूस युद्ध को लेकर बाइडेन का क्या प्लान है?
30 देश यूक्रेन के साथ : बाइडेन ने अपने संबोधन में कहा कि पुतिन इस वक्त दुनिया से इतने अलग-थलग हो चुके हैं, जितना कि वे पहले कभी नहीं हुए। उन्होंने कहा कि यूरोपियन यूनियन के करीब 30 देश इस वक्त यूक्रेन के साथ हैं।
बाइडन ने कहा कि रूस ने सोचा होगा कि हम यूक्रेन को रौंद देंगे लेकिन यूक्रेन के लोगों ने रूस को कड़ा जवाब दिया है। यूक्रेन के लोगों ने साहस दिखाया है। अमेरिका यूक्रेन के लोगों के साथ खड़ा है। बाइडन ने अपने पहले 'स्टेट ऑफ द यूनियन' संबोधन में रूस की आक्रामकता का सामना करने और अमेरिकी मुद्रास्फीति को काबू करने का संकल्प किया।
बाइडन ने कहा कि अपने पूरे इतिहास में हमने यह सबक सीखा है कि जब तानाशाह को अपनी आक्रामकता की कीमत नहीं चुकानी पड़ती, तो वे और अधिक अराजकता फैलाने लगते हैं। इस दौरान, बाइडन ने घोषणा की कि अमेरिका अपने हवाई क्षेत्र को रूसी विमानों के लिए बंद कर रहा है और कहा कि अन्य दंडात्मक कदमों के साथ उठाया गया यह कदम रूस को कमजोर करेगा।