नई दिल्ली। भारत की हिमा दास ने फिनलैंड में विश्व वंडर-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 400 मीटर दौड़ में स्वर्ण जीतकर इतिहास बनाया, तो वहीं ब्राजील के ब्रासीलिया शहर में चल रही 7वीं जूनियर वर्ल्ड वुशू प्रतियोगिता में भारत के एच. करनजीत सिंह ने कांस्य पदक जीत लिया।
प्रतियोगिता में लगभग 40 देश हिस्सा ले रहे हैं जिसमें भारत के 21 खिलाड़ियों की भागीदारी है। गुरुवार को प्रतियोगिता के पहले दिन करनजीत ने ताओलू के तायजी जीयान इवेंट में कांस्य पदक जीता। स्वर्ण पदक चीन के दावेई ज्होऊ ने 9.42 अंक से जीता और रजत पदक जापान के नोया कातोरी ने 9.35 अंक से जीता। करनजीत ने 9.21 अंक अर्जित किए और कांस्य पदक पर कब्जा किया। अभी करनजीत का एक इवेंट और बाकी है जिसमें भी उनके पदक जीतने की उम्मीद है।
शशि तमांग ने चांग कुआंन इवेंट में 9.07 हासिल किए और 11वां स्थान प्राप्त किया जबकि निन्ग्थिबी देवी ने दाओशू में 6ठा स्थान और रेजिना तमांग ने नान कुआन में 10वां स्थान हासिल किया।
सानशू में 48 किलोग्राम वर्ग में सविता ने वियतनाम की थाओता थी थू को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। हिमांशु विश्वकर्मा ने 56 किलोग्राम वर्ग में मेजबान देश ब्राजील के लुइज फेलिपे अर्बिगौस फेर्रागुत्ती को हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। 75 किलोग्राम वर्ग में नावीद फारूक मिस्र के मोहम्मद इब्राहीम से और 52 किलोग्राम वर्ग में दीपक कुमार महतो चीन के जियावेई लियाग से हार गए।
वुशु एसोसिएशन के अध्यक्ष भूपेंदर सिंह बाजवा ने कहा कि ताओलू इवेंट में मेडल आना बड़ी खुशी की बात है। हमारे खिलाड़ी सानशू में तो मैडल जीतते रहे हे पर ताओलू में मैडल आने से खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ेगा। (वार्ता)