बैडमिंटन में 36 साल बाद भारत को मिला पदक

Webdunia
सोमवार, 27 अगस्त 2018 (12:31 IST)
जकार्ता। गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों की चैंपियन भारत की साइना नेहवाल को 18वें एशियाई खेलों में सोमवार को बैडमिंटन स्पर्धा के महिला एकल सेमीफाइनल में हार के बाद कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
 
हालांकि 36 साल के इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी भारतीय खिलाड़ी ने बैडमिंटन में कोई पदक जीता है। खिरी बार सैयद मोदी ने 1982 में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। आखिरी बार 1982 में सैयद मोदी ने कांस्य पदक जीता था।
  
शीर्ष वरीय चीनी ताइपे की ताई जू यिंग के हाथों सायना को लगातार गेमों में 17-21, 14-21 से शिकस्त झेलनी पड़ी। ताई ने भारतीय शटलर के खिलाफ बढ़िया खेल दिखाया और 18-14 की बढ़त और लगातार चार अंक लेकर 21-17 से पहला गेम जीता। 
 
साइना को मैच में कई बार गलत फुटवर्क का खामियाजा भी भुगतना पड़ा और वे 10-11 से पिछड़ गईं। हालांकि 10वीं रैंक भारतीय खिलाड़ी ने लंबी रैली खेलते हुए जू यिंग के खिलाफ लगातार अंक जुटाए। वे मैच में बने रहने के लिए एक-एक अंक जुटाने को जूझती दिखीं। उन्होंने कई बार स्कोर बराबरी का प्रयास किया, लेकिन गलतियों से वे 14-21 से गेम और 36 मिनट में मैच गंवा बैठीं।
 
सेमीफाइनल मुकाबला गंवाने के साथ उन्हें कांस्य से संतोष करना पड़ा। हालांकि साइना एशियाई खेलों में महिला एकल में पदक जीतने वाली पहली खिलाड़ी बन गई हैं। उनके बाद अब सारी निगाहें एकल की अन्य खिलाड़ी और ओलंपिक रजत विजेता पीवी सिंधू पर लग गई हैं। (वार्ता/वेबदुनिया)

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