लखीमपुर खीरी (यूपी)। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत और संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के घटक 23 अन्य किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने गुरुवार को लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों की कथित अधूरी मांगों को प्रशासन के समक्ष उठाया।
टिकैत ने एसकेएम के अन्य नेताओं के साथ 3 अक्टूबर, 2021 को लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया थाना क्षेत्र में हुई हिंसा में दो भाजपा कार्यकर्ताओं और एक ड्राइवर की कथित हत्या के मामले में जेल में बंद 4 किसानों के परिवार के सदस्यों से भी मुलाकात की। टिकैत के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने खीरी के जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह, पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन से मुलाकात कर उनकी मांगों से अवगत कराया।
जिले के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि एसकेएम प्रतिनिधिमंडल ने जिला प्रशासन को अधूरी प्रतिबद्धताओं (किसानों और प्रशासन के बीच 4 अक्टूबर, 2021 को तिकुनिया हिंसा के बाद हुए समझौते में) के बारे में अवगत कराया जिसमें घायलों को मुआवजा, पीड़ित परिवारों के पात्र सदस्यों को सेवा आदि मामले शामिल थे।
टिकैत ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाली मांगों के शीघ्र हल करने का आश्वासन दिया है। टिकैत ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा उर्फ टेनी के इस्तीफे की मांग दोहराई और कहा कि इसके लिए एसकेएम आंदोलन शुरू करेगा। जेल में बंद 4 किसानों के मुद्दे पर टिकैत ने कहा कि परिवार के सदस्यों की पीड़ा वास्तविक है।
उल्लेखनीय है कि इन किसानों के परिवारों ने एसकेएम नेताओं पर उनकी अनदेखी करने का आरोप लगाया था। हालांकि उन्होंने कहा कि मामला अदालत में है और एसकेएम सभी कानूनी विकल्पों पर मंथन कर चारों किसानों को सभी तरह की सहायता प्रदान करेगा। गौरतलब है कि पिछले साल 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में किसानों के आंदोलन के दौरान हुई हिंसा में 4 किसानों, 1 पत्रकार, 2 भाजपा कार्यकर्ताओं और 1 ड्राइवर सहित 8 लोगों की मौत हो गई थी।