Vastu for bed: बेडरूम का वास्तु शास्त्र के अनुसार होना जरूरी है अन्यथा इससे जहां पति पत्नी में झगड़े होते हैं वहीं कई तरह की अन्य परेशानियां भी खड़ी होती हैं। इसी के साथ ही बेडरूम में बिस्तर भी वास्तु के अनुसार ही होना चाहिए। बिस्तर से पहले पलंग का चयन भी वास्तु के अनुसार किया जाए तो बेहतर होगा। आओ जानते हैं इस संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी।
24 घंटे में से हम बिस्तर पर करीब 8 घंटे व्यतीत करते हैं। ऐसे में बिस्तर का सेहत और वास्तु के अनुसार होना जरूरी है। यदि आपका बिस्तर सही नहीं है तो रातभर नींद भी नहीं आएगी। आ भी जाएगी तो सुबह उठने पर शरीर में जकड़न या थकान महसूस होगी, क्योंकि बिस्तर से हमारी सेहत का भी संबंध जुड़ा है। आओ जानते हैं कि कैसा होना चाहिए हमारा बिस्तर।
पलंग: शयनकक्ष में टूटा पलंग नहीं होना चाहिए। पलंग का आकार यथासंभव चौकोर रखना चाहिए। पलंग की स्थापना छत के बीम के नीचे नहीं होनी चाहिए। शयन कक्ष के दरवाजे के सामने पलंग न लगाएं। लकड़ी से बना पलंग श्रेष्ठ रहता है।
Bedroom vastu tips
वास्तु के अनुसार कैसा हो बिस्तर और चादर- What should be the bed and bedsheet according to Vaastu:-
डबलबेड के गद्दे दो हिस्सों में न हो। यानी गद्दा एक ही होना चाहिए, वह बीच में विभाजित नहीं होना चाहिए।
खराब बिस्तर, तकिया, परदे, चादर, रजाई आदि नहीं रखें।
खिड़की के पास बिस्तर न लगाएं। बिस्तर कभी भी खिड़की से सटाकर न लगाएं। ऐसा करने से रिश्तों में तनाव होता है।
अगर फिर भी ऐसा संभव न हो पाए तो अपने सिरहाने और खिड़की के बीच पर्दा जरूर डालें। नकारात्मक ऊर्जा रिश्तों पर असर नहीं कर पाएगी।
बिस्तर, तकिए और गद्दे न तो एकदम सख्त होना चाहिए और न एकदम मुलायम।
बिस्तर हमेशा आयताकार या चौकोर होना चाहिए।
चादर का रंग गुलाबी, हल्का पीला, नारंगी या क्रीम होना चाहिए। आप चाहे तो पिंकिश कलर की चादर भी ले सकते हैं।
बिस्तर हमेशा कमरे की दक्षिण-पश्चिम दीवार पर होना चाहिए।
बिस्तर हमेशा साफ सुधरे होना चाहिए। गद्दे, तकिया, चादर आदि फटे और गंदे नहीं होना चाहिए।
जिस पलंग पर बिस्तर बिछाकर सो रहे हैं वह चौकोर या आयातकार होना चाहिए। टूटा नहीं होना चाहिए।