क्या मुफ्तखोर और गद्दार कहे जाने पर दिल्ली की नाराज जनता ने न्यूज चैनल के ऑफिस पर किया हमला...जानिए सच...

Webdunia
मंगलवार, 11 फ़रवरी 2020 (12:38 IST)
दिल्ली के लोगों को मुफ्तखोर और गद्दार कहने पर भड़की जनता ने ज़ी न्यूज़ के ऑफिस पर किया हमला। सुना है सही है क्या’ कैप्शन के साथ फेसबुक यूजर सुनील कुमार ने दो तस्वीरें शेयर की हैं। एक तस्वीर ज़ी न्यूज़ के एंकर सुधीर चौधरी की है और उनकी नाक पर चोट लगी दिख रही है। दूसरी तस्वीर में किसी ऑफिस में हुई तोड़-फोड़ की लग रही है। इस पोस्ट को एक हजार से अधिक बार शेयर किया जा चुका है। फेसबुक और ट्विटर के अन्य यूजर्स भी ऐेसे ही दावे कर रहे हैं।
 


बता दें, 8 फरवरी को हुए मतदान के बाद आए एग्जिट पोल में AAP की जीत पर ज़ी न्यूज़ के एंकर सुधीर चौधरी ने कहा कि दिल्ली की जनता को सिर्फ मुफ्त की चीजों से मतलब है और उन्हें देश और राष्ट्रवाद से कोई मतलब नहीं है। उनका ये वीडियो भी काफी वायरल हुआ था।
 
क्या है सच-
 
सबसे पहले हमने इस खबर को इंटरनेट पर सर्च किया, तो हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली। अगर ऐसी कोई घटना हई होती, तो ये खबर जरूर बनती। मतलब साफ है कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है।
 
फिर हमने सुधीर चौधरी की तस्वीर को रिवर्स सर्च किया, तो हमें वायरल तस्वीर ‘samachar4media’ वेबसाइट में 12 जुलाई की एक खबर में मिली। इस खबर का शीर्षक था- ‘वरिष्ठ पत्रकार सुधीर चौधरी का मुंबई में हुआ एक्सिडेंट’। इस रिपोर्ट के मुताबिक, सुधीर चौधरी ने 11 जुलाई 2019 को एक फेसबुक लाइव कर इस घटना के बारे में जानकारी थी। सुधीर चौधरी ने बताया कि जब वे मुंबई गए थे तो उनकी कार का एक्सीडेंट हो गया था। उस दुर्घटना में उनकी नाक में हेयरलाइन फ्रैक्चर हो गया था।


 
अब हमने दूसरी तस्वीर को रिवर्स सर्च किया, हमें Mumbai Live नामक न्यूज वेबसाइट पर 2 साल पहले अपलोड की गई खबर में यह तस्वीर मिली। इस खबर के मुताबिक, मुंबई में आजाद मैदान के पास स्थित कांग्रेस कार्यालय में मनसे कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ की थी।
 
वायरल तस्वीर को न्यूज एजेंसी एएनआई ने भी अपने ट्विटर हैंडल से 1 दिसंबर 2017 को शेयर किया था।

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#Mumbai: Unidentified persons vandalized Mumbai Congress office at CST, more details awaited pic.twitter.com/hqfUDYyBXZ

— ANI (@ANI) December 1, 2017 >
 
वेबदुनिया की पड़ताल में पाया गया है कि दिल्ली की नाराज जनता द्वारा ज़ी न्यूज़ के ऑफिस पर हमला करने का दावा फेक है।

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