आईपीएल : अब होगा असली मुकाबला

आईपीएल में सिर्फ चैंपियन टीम ही मालामाल नहीं होगी बल्कि दूसरे, तीसरे स्थान की टीमों से लेकर आठवें स्थान की टीम को भी भारी धन मिलेगा।

टीमों के बीच होड़ इस बात की है कि कौन सी टीम दूसरी टीम से कितनी आगे रह पाती है, क्योंकि चौथे, पाँचवें, छठवें, सातवें और आठवें स्थान की टीमों को मिलने वाले धन में भारी अंतर है। टूर्नामेंट में चैंपियन बनने के बाद टीमों में एक-दूसरे से आगे रहने की होड़ है।

आईपीएल में टीमों को मिलने वाला धन इस प्रकार है।

खिताब की विजेता टीम- 4.8 करोड़ रुपए।
फाइनल में पराजित टीम- 2.4 करोड़ रुपए।
सेमीफाइनल में पराजित टीम- 1.2 करोड़ रुपए।
पाँचवें स्थान की टीम- 80 लाख रुपए।
छठवें स्थान की टीम- 70 लाख रुपए।
सातवें स्थान की टीम- 50 लाख रुपए।
आठवें स्थान की टीम- 40 लाख रुपए।

ट्वेंटी-20 फार्मेट की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह अपेक्षाकृत अधिक अनिश्चित है, इसमें कोई भी टीम किसी को भी हरा सकती है, यह हमने अब तक आईपीएल में देखा है।

इंडियन प्रीमियर लीग का पहला दौर लगभग खत्म हो गया है और सभी टीमें एक-दूसरे से भिड़ने के लिए एक बार फिर आमने-सामने होंगी। यह सभी टीमों के लिए सुनहरा मौका है कि वे पहले राउंड में मिली अपनी हार का बदला ले सकें।

इस मौके ‍के लिए मुंबई इंडियन्स, डेक्क्न चार्जर्स, रॉयल चैलेंजर्स, कोलकाता नाइट राइडर्स पूरी तरह तैयार हैं। मुंबई इंडियन्स और डेक्कन चार्जर्स ने तो अपने मैच जीतकर इस दिशा में कदम भी बढ़ा दिए हैं। अब दबाव चेन्नई सुपर किंग्स, राजस्थान रॉयल्स, दिल्ली डेयरडेविल्स और पंजाब किंग्स इलेवन पर होगा, क्योंकि ये टीमें फिलहाल अंक तालिका में पहले चार स्थान पर हैं और ये किसी भी उलटफेर से बचना चाहेंगी।

हालाँकि राजस्थान रोयल्स ने अब तक छह में से पाँच मैचों में जीत दर्ज की है और वह अंक तालिका में शीर्ष पर है, लेकिन विरोधी टीमों के कोच दूसरे राउंड में उसके लिए नई रणनीति तैयार कर चुके हैं। राजस्थान रॉयल्स को अपनी सफलता के रथ को आगे बढ़ाते रहना होगा।

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टूर्नामेंट का अगला पड़ाव मुंबई इंडियन्स, डेक्क्न चार्जर्स, रॉयल चैलेंजर्स, कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए कठिन है, लेकिन वे पूरी कोशिश करेंगे कि कोई बड़ा उलटफेर किया जाए। दूसरी तरफ चेन्नई सुपर किंग्स लगातार तीन मैच हारकर बैकफुट पर है। कप्तान धोनी ने स्वीकार किया है कि लगातार हार से वे निराश हैं और दबाव महसूस कर रहे हैं। दूसरी तरफ दिल्ली डेयरडेविल्स को मुंबई इंडियन्स ने झटका देकर यह अहसास करा दिया है कि निर्णायक मौके पर डेयरडेविल्स भी ढेर हो सकते हैं।

पंजाब किंग्स इलेवन भी सेमीफाइनल की दौड़ में है, लेकिन इस टीम पर प्रदर्शन में निरंतरता रखने का दबाव होगा। कोलकाता नाइट राइडर्स ने शुरुआत अच्छी की थी, लेकिन बाद में टीम का विजयी अभियान रुक गया। टीम के कप्तान सौरव गांगुली को टीम में नई ऊर्जा का संचार करना होगा। कागज पर टीम मजबूत है, लेकिन दबाव में अच्छा प्रदर्शन न कर पाना टीम की कमजोरी रही है।

बंगलोर रॉयल चैलेंजर्स ने भी पहले राउंड तक दो जीत ही हासिल की हैं, लेकिन उनके पास भी उतने ही मौके हैं, जितने कि मुंबई इंडियन्स, डेक्क्न चार्जर्स, कोलकाता नाइट राइडर्स के पास। सफलता उसी को मिलेगी जो अब तक के प्रदर्शन को आधार बनाकर टूर्नामेंट का सही आकलन कर पाएगा। अपनी खूबियों को निखारने के साथ-साथ विरोधी टीम की कमजोरी को भी भाँपना होगा।