मध्यप्रदेश में “श्रीरामचंद्र पथगमन न्यास" की पहली बैठक, चित्रकूट को तीर्थ स्थल के तौर पर विकसित करने का प्लान

विकास सिंह

मंगलवार, 16 जनवरी 2024 (11:19 IST)
भोपाल। अयोध्या में आज से रामंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम शुरु हो रहा है। वहीं दूसरी ओर मध्यप्रदेश में आज मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव “श्रीरामचंद्र पथगमन न्यास" की पहली बैठक करने जा रहे है। आज दोपहर बाद चित्रकूट के ग्रामोदय विश्वविद्यालय “श्रीरामचंद्र पथगमन न्यास" की पहली बैठक होगी।

दोपहर 1.30 बजे से प्रारंभ होने वाली बैठक में न्यास से संबंधित जानकारी, न्यास के क्षेत्र में किए जाने वाले कार्यों का प्रस्तुतीकरण, जिसमें अमरकंटक (प्रसाद योजनान्तर्गत) में प्रस्तावित विकास कार्य, चित्रकूट में कामदगिरि परिक्रमा पथ एवं अन्य प्रस्तावित कार्य, बृहस्पति कुंड तथा चित्रकूट (पवित्र मंदाकनी) के घाटों का विकास कार्यों को लेकर प्रजेंटेशन होने के साथ लीला गुरुकुल प्रशिक्षण संस्थानों की स्थापना के प्रस्ताव का प्रेजेंटेशन भी होगा।

गौरतलब है कि प्रदेश की बागडोर संभालने के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जब अपनी पहली कैबिनेट की बैठक में जबलपुर पहुंचे तब उन्होंने कहा था कि भगवान श्री राम के वनवास का सबसे अधिक समय हमारे मध्यप्रदेश के चित्रकूट सतना व अन्य स्थानों पर बीता है। जहां-जहां भगवान श्रीराम के चरण पड़े हैं उन स्थानों को मध्यप्रदेश सरकार तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करेगी।

गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के पूर्ववर्ती शिवराज सरकार ने 'श्री रामचंद्र पथ-गमन न्यास' का गठन किया था, जो राम वन गमन पथ  के निर्माण में होने वाले विकास कार्यों की देखरेख करेगा। प्रदेश के 10 जिलों सतना,विदिशा, होशंगाबाद, जबलपुर, कटनी, शहडोल, अनूपपुर, पन्ना,उमरिया और रीवा का चयन 'राम वन गमन पथ' के लिए किया गया है। भगवान श्री राम अपने वनवास काल में मध्यप्रदेश में करीब 10 स्थानों से गुजरे थे। इसमें भगवान राम का लंबा समय चित्रकूट में गुजरा था। महाकवि तुलसीदास की रामायण में भी भगवान राम के चित्रकूट में 11 वर्ष 11 माह का समय बिताने का उल्लेख भी मिलता है।

प्रदेश में आज से शुरु होंगे कार्यक्रम- अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर आज से प्रदेश में आज से कार्यक्रम शुरु हो रहे है। आज प्रदेश के मंदिर में राम कीर्तन का आयोजन किया जाएगा जो 22 जनवरी तक चलेगा।  इसके साथ मंदिरों में दीप प्रज्जवलित किये जायेंगे। वहीं रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन प्रदेश के प्रमुख मंदिरों में भंडारों का आयोजन किया जायेगा।

प्रदेश के मुख्य मंदिरों में स्क्रीन लगाकर अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्रतिमा के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया जायेगा। मंदिरों के आयोजन में आमजन की सहभागिता के लिये विशेष रूप से आमंत्रण दिये जायेंगे, आवश्यक प्रबंध भी सुनिश्चित किये जायेंगे। जिले के प्रमुख मंदिरों में ट्रस्ट समिति के माध्यम से स्वच्छता, रोशनी, दीप प्रज्जवलन आदि के साथ ही भगवान श्रीराम-जानकी आधारित सांस्कृतिक आयोजन भी किये जायेंगे।

इस अवसर पर प्रदेश के सभी सरकारी इमारतों तथा स्कूल एवं कॉलेजों में साज-सज्जा की जायेगी। प्रदेश के सभी शासकीय कार्यालयों में 16 से 21 जनवरी तक विशेष सफाई अभियान चलाया जायेगा। समस्त शासकीय कार्यालयों में 21 से 26 जनवरी तक रोशनी की जायेगी।सभी ग्राम पंचायतों में श्रीराम कथा साप्ताह मनाया जायेगा, जिसमें गायन, कथा-वाचन, रामरक्षा स्रोत, रामचरित मानस पाठ आदि पर प्रतियोगिताएँ आयोजित होंगी। प्रतियोगिता के विजेताओं को मुख्यमंत्री की ओर से प्रमाण-पत्र दिये जायेंगे।

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