PM मोदी, किसान और देश के अगले प्रधानमंत्री पर क्‍या बोले नितिन गडकरी, क्‍यों मचा है उनके इंटरव्‍यू से धमाल?

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

शुक्रवार, 1 मार्च 2024 (17:57 IST)
Nitin gadkari on PM Modi :  केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी इन दिनों जमकर चर्चा में हैं। वजह है उनका एक इंटरव्‍यू। यह इंटरव्‍यू उन्‍होंने इंडिया टुडे ग्रूप के ‘लल्‍लनटॉप’ को दिया है। जिसमें उन्‍होंने पीएम नरेंद्र मोदी, किसानों, अनाज के भाव और महंगाई समेत देश के अगले प्रधानमंत्री को लेकर खुलकर बेबाक बातचीत की है। गडकरी का यह इंटरव्‍यू सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। उनके इंटरव्‍यू के कई हिस्‍सों को कांग्रेस के कई नेताओं ने भी ट्वीट किया है।

मुझे लगता है कि नितिन गडकरी पर अब कार्यवाही होगी, उन्हें देशद्रोही भी कहा जा सकता है।

किसानों के समर्थन में खड़े होकर वो सीधे तौर पर मोदी जी का 'ग्राफ' नीचे गिराने की साजिश रच रहे है।

आपको क्या लगता है? pic.twitter.com/7iVE23uvTb

— Srinivas BV (@srinivasiyc) March 1, 2024
बता दें कि नितिन गडकरी अपनी बेबाक छवि के लिए जाने जाते हैं। जानते हैं इंटरव्‍यू में उन्‍होंने क्‍या क्‍या कहा।
कुछ ही दिनों में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में यह सवाल भी बार बार सामने आ रहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी का अगला उत्‍तराधिकारी कौन होगा। इसे लेकर पार्टी के कुछ नामों को लेकर चर्चा भी रहती है, जिसमें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का नाम भी शामिल है।

PM Modi पर क्‍या बोले : द लल्लनटॉप के साथ इस इंटरव्यू में नितिन गडकरी ने पीएम मोदी पर कहा कि ये 20-25 साल पुरानी बातें हैं और इन पर कुछ नहीं बोलना चाहते। ये बातें अब खत्म हो गई हैं।

उन्होंने कहा कि संजय जोशी राष्ट्रीय स्वयं संघ के प्रचारक हैं और वह अपना काम कर रहे हैं। दरअसल, पीएम मोदी और संजय भाई जोशी के बीच 90 के दशक से अनबन है। कहा जाता है कि इसी अनबन के चलते नितिन गडकरी और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच खटास आई थी।

ये फालतू की चर्चा है : नितिन गडकरी ने कहा, 'मैं जब बीजेपी का अध्यक्ष था तो संजय जोशी मेरे जनरल सेक्रेटरी थे। उन्होंने कभी लोकसभा के लिए टिकट नहीं मांगा', इस दौरान, नितिन गडकरी ने इस बात पर भी जवाब दिया कि क्या वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराधिकारी बनेंगे। इस पर नितिन गडकरी ने कहा, 'ये फालतू की चर्चा हैं। मैं उनकी कैबिनेट का सदस्य हूं और हमारे बड़े अच्छे संबंध हैं। वे प्रधानमंत्री हैं और मैं उनका मंत्री हूं। मैं केवल कार्यकर्ता, पीएम पद के लिए न आकांक्षा है न विवाद।

हम उन्‍हें कैसे सलाद दे सकते हैं : एक सवाल के जवाब में नितिन गडकरी ने यह भी कहा, 'हम उन्हें कैसे एडवाइज कर सकते हैं। वह प्रधानमंत्री हैं और हम मंत्री हैं तो वो हमको आदेश करेंगे। अगर हम परामर्श करेंगे तो आपको क्यों बताएंगे' बीजेपी ने अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के रिटायरमेंट की उम्र 75 साल रखी है। पीएम मोदी भी जल्द ही इस सीमा पर पहुंचने वाले हैं। उनकी उम्र 73 साल है। ऐसे में कई बार उनके उत्तराधिकारी की चर्चा होती रहती है। नितिन गडकरी की उम्र अभी 66 साल है। ऐसे में उनका नाम भी इसे लेकर कई चर्चाओं में रहता है।

आज गांव, गरीब, मज़दूर और किसान दुखी हैं.

गावों में अच्छे रोड नहीं, पीने के लिए शुद्ध पानी नहीं, अच्छे अस्पताल नहीं, अच्छे स्कूल नहीं हैं.

- मोदी सरकार के मंत्री नितिन गडकरी pic.twitter.com/jt8AMfWOxU

— Congress (@INCIndia) March 1, 2024
कांग्रेस ने क्‍यों ट्वीट किया नितिन गडकरी का इंटरव्‍यू?
नितिन गडकरी के इंटरव्‍यू के कुछ हिस्‍सों को कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत और यहां तक कि कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से भी ट्वीट किया गया है। शेयर कांग्रेस नेता श्रीनिवास बीवी ने लिखा।– मुझे लगता है कि नितिन गडकरी पर अब कार्यवाही होगी, उन्हें देशद्रोही भी कहा जा सकता है। किसानों के समर्थन में खड़े होकर वो सीधे तौर पर मोदी जी का 'ग्राफ' नीचे गिराने की साजिश रच रहे है। आपको क्या लगता है?

सुप्रिया श्रीनेत ने ट्वीट कर कैप्‍शन में लिखा— आज गांव, गरीब, मज़दूर और किसान दुखी हैं। किसान की फसल को अच्छा भाव नहीं मिलता। मोदी सरकार के मंत्री नितिन गडकरी...

“आज गांव, गरीब, मज़दूर और किसान दुखी हैं.

किसान की फसल को अच्छा भाव नहीं मिलता”

मोदी सरकार के मंत्री नितिन गडकरी
pic.twitter.com/pMlQiJxW4I

— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) March 1, 2024
दरअसल, एक सवाल का जवाब देते हुए गडकरी ने तुलना करते हुए कहा कि हर चीज की कीमत बढी है लेकिन अनाज की कीमतों में ज्‍यादा इजाफा नहीं हुआ है। उन्‍होंने कहा कि आज गांव, गरीब, मजदूर और किसान दुखी हैं क्‍योंकि अच्‍छे स्‍कूल नहीं है, अच्‍छे अस्‍पताल नहीं है। सडकें नहीं हैं। किसानों के अनाज को अच्‍छे भाव नहीं है। उन्‍होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि विकास नहीं हुआ है, लेकिन जिस प्रपोशन में होना चाहिए उतना नहीं हुआ, इसलिए कुछ वर्ग आज भी अभाव में हैं।
Edited by Navin Rangiyal

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी