गर्मियों में रखें अपने क्यूट 'पपी' का ख्याल

कोमिका भारद्वाज
 
पालतू जानवरों के शरीर का सामान्य तापमान हमारे शरीर के तापमान से ज्यादा होता है। इसकी वजह से जानवरों के लिए गर्मियां बहुत तकलीफदेह होती हैं इसलिए कुछ आसान उपाय करके हम अपने पालतू जानवरों को शीतलता और आराम दे सकते हैं। कुत्तों को पसीना नहीं आता और गर्मी से बचने के लिए वे सिर्फ जीभ निकालकर सांस लेते हैं या फिर पैरों के निचले हिस्से का सहारा लेते हैं।
 
गर्मियों में अपने पालतू को एक घंटे से ज्यादा समय तक धूप में नहीं रखना चाहिए। हालांकि, अगर वे खुले में रहते हैं या घर के बाहर समय गुजारते हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि उन्हे उपयुक्त छाया मिले और काफी सारा पानी मिले जिससे उन्हे गर्मी से राहत मिले और डीहाइड्रेशन न हो।
 
इसके अलावा अपने पालतू को कभी भी खड़ी या ज्यादा देर के लिए रुकी गाड़ी में न रखें। इससे पालतुओं के मस्तिष्क को क्षति पहुंचती हैं और वे ज्यादा गर्मी के कारण मर भी जाते हैं। असल में रुकी हुई कार के अंदर का तापमान मिनटों में 120 डिग्री तक पहुंच जाता है। गर्मियों में कुत्ते कम खाते हैं पर शरीर का तापमान कम करने की कोशिश में ज्यादा ऊर्जा नष्ट कर देते हैं। 
 
पालतू जानवरों को रखने वाले बहुत सारे लोग जानवरों को गर्मियों में घर में बनी चीजें जैसे दही और चावल खिलाते हैं। यहां यह गौर करने वाली बात है कि इस खाद्य पदार्थ में काफी ज्यादा मात्रा में पानी है पर ऊर्जा, विटामिन, खनिज आदि पर्याप्त मात्रा में नहीं हैं। इसलिए पूरी तरह संतुलित और पोषण के लिहाज से सही आहार के रूप में आप पेडिग्री ड्राई फूड अपने पालतू को दे सकते हैं। यह भी ध्यान रखें पालतुओं को खाना दिन के ऐसे समय में दिया जाना चाहिए जब थोड़ी ठंड हो।
 
उन्हें टहलाने के लिए एकदम सुबह या फिर सूर्यास्त के बाद जब गर्मी थोड़ी कम हो जाए तब ले जाएं। अगर आपका कुत्ता खूब हांफ रहा हो, लार गिरा रहा हो या मुंह से झाग निकल रहा हो तो यह गर्मी से जुड़ी समस्या के पहले संकेतों में से है।
 
ऐसे में अपने कुत्ते को किसी ठंडी जगह पर ले जाइए, ठंडा पानी पिलाइए और अगर कुछ मिनटों में ठीक न हो तो चिकित्सक से संपर्क कीजिए।

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