अधपके चावल में काँच का टुकड़ा!

शनिवार, 3 दिसंबर 2011 (09:30 IST)
आदिम जाति कल्याण विभाग के आगर-मालवा स्थित उत्कृष्ट कन्या छात्रावास की अनेक छात्राएँ 2 दिसंबर की सुबह करीब 11 बजे छात्रावास में भोजन के लिए बने अधपके चावल की थाली को लेकर एसडीएम कार्यालय जा पहुँचीं। उन्होंने छात्रावास की दूसरी अव्यवस्थाओं और अधीक्षिका के कथित असामान्य बरताव की जानकारी भी एसडीएम एकता जायसवाल को दी।


श्रीमती जायसवाल ने मामले को गंभीरता से लिया और तहसीलदार पीएल मालवीय व कार्यालय के बाबू महेन्द्र जैन को छात्रावास भेजा जिन्होंने तैयार भोजन का अवलोकन किया, जिसमें रोटियाँ भी जली हुई पाई गई। भोजन की जूठी थालियाँ गंदे वाशबेसिन में पड़ी मिली जिन पर धूल जमी थी। इसी प्रकार शौचालय परिसर में भी पर्याप्त सफाई नहीं पाई गई। भोजन में काँच का टुकड़ा मिलने की ताजा शिकायत के मद्देनजर खाद्य सामग्री के स्टोर रूम को तहसीलदार श्री मालवीय द्वारा पंचनामा बनाकर सील कर दिया गया।


एसडीएम कार्यालय लौटे श्री मालवीय की उपस्थिति में छात्रावास में भर्ती कक्षा 9, 10 व 12वीं की संगीता, अनिता, प्रियंका, किरण, हेमलता, राधा, मंजू, संतोष, शिवानी, सुनीता, ममता, माया सहित कुल 16 छात्राओं ने अपनी बातें कही, जिसे रीडर सतीश सोनी व लिपिक महेन्द्र जैन ने बयान के रूप में दर्ज किया। छात्राओं ने बताया कि विगत महीनों भी छात्रावास के भोजन में इल्ली मिलने का मामला सामने आया था। छात्रावास में साफ-सफाई ठीक से नहीं होती, मटके पुराने हो गए हैं जिनमें पेयजल समय पर व नियमित नहीं भरा जाता। पत्र-पत्रिकाएँ भी पढ़ने को नहीं मिलती। अतिरिक्त शिक्षण के अंतर्गत कम्प्यूटर, विज्ञान अध्यापन कार्य अनियमित है। छात्राओं का कहना था कि समस्या बताने पर छात्रावास अधीक्षिका एकता भटनागर डाँट-फटकार लगाती हैं और नियमित छात्रावास भी नहीं आतीं।


जाँच के बाद हो सकेगी कार्रवाई

एसडीएम श्रीमती जायसवाल ने देर शाम बताया कि प्रथमदृष्टया शिकायत गंभीर प्रतीत हुई, तदनुसार तुरंत प्रभावी कार्रवाई की गई है। तहसीलदार श्री मालवीय के जाँच प्रतिवेदन के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। श्री मालवीय ने बताया कि सील कक्ष को 3 दिसंबर को सहायक खाद्य आपूर्ति अधिकारी की उपस्थिति में खोला जाकर जाँच करेंगे। छात्रावासों की क्षेत्रीय नोडल अधिकारी रत्नप्रभा रेगे ने शुक्रवार मध्याह्न दूरभाष पर चर्चा करने पर बताया कि वे विभाग की बैठक में भाग लेने के लिए सुबह शाजापुर पहुँच गई थी, ऐसे में इस छात्रावास संबंधी घटनाक्रम की जानकारी उन्हें नहीं है। -निप्र

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