भारतीय अर्थव्यवस्था चार स्तंभों पर आधारित है। ये हैं, सार्वजनिक क्षेत्र, निजी क्षेत्र, संयुक्त क्षेत्र और सहकारी क्षेत्र। अर्थव्यवस्था के विकास में सहकारी योगदान महत्वपूर्ण है।
उक्त विचार तराना विधायक रोड़मल राठौर ने व्यक्त किए। आप समीपस्थ ग्राम कायथा में 58वें अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह के तहत 'सहकारी विपणन, प्रक्रिया और उपभोक्ता दिवस' पर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। आयोजन जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शाखा कायथा और जिला सहकारी संघ उज्जैन के तत्वावधान में किया गया। विशेष अतिथि मप्र राज्य सहकारी बैंक संचालक राजपालसिंह सिसौदिया ने वर्ष 2012 के लिए घोषित विश्व सहकारी वर्ष के दौरान जिले भर की सहकारी संस्थाओं में कार्यक्रम आयोजित किए जाने की जानकारी दी। जिला बैंक द्वारा प्रदेश भर में सर्वाधिक क्रेडिट कार्ड बनाए गए हैं। मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में बैंक की प्रशंसा की है। मुकेश पटेल ने बैंक के लाभ में आने के पीछे कुशल नेतृत्व और सदस्यों, कार्मिकों की सक्रिय सहभागिता है।
ईश्वरसिंह पटेल ने कहा कि किसानों ने खाद्यान्ना और तिलहन उत्पादन में बढ़ोतरी के जरिए राष्ट्रीय विकास में सक्रिय योगदान दिया है। उज्जैन दुग्ध संघ सहकारी संचालक महिपाल सिंह ने कहा कि सहकारिता काली कोठरी के समान है, जिसमें से जो साबुत निकल आए वह सही नेतृत्वकर्ता है। लक्ष्मणसिंह बड़ाल ने समाज में विकृति के लिए हम सभी दोषी है। नाहरसिंह ने सहकारिता को प्राणवायु के समान बताया। सौदानसिंह ने विकास में सहकारी योगदान को रेखांकित किया। वासुदेव पाण्डे ने सहकारी व्यवस्था में सुधार की जरूरत प्रतिपादित की। उपायुक्त सहकारिता तथा प्रभारी अधिकारी जिला सहकारी संघ ने सहकारिता की महिमा का वर्णन किया। कन्हैयालाल राठौर, पप्पु अकेला, उदयसिंह दरबार, पूरणसिंह, स्वरूप सिंह, युसुफ पटेल, गोकुल सिंह सहित बड़ी संख्या में सहकारीजन उपस्थित थे। समय पर कर्ज अदा करने वाले सदस्यों का सम्मान भी किया गया। संचालन जिला सहकारी संघ प्रबंधक जगदीश बैरागी ने किया। आभार प्रशिक्षक हरिशंकर यादव ने माना।
अभा सहकारी सप्ताह के तहत बुधवार को सेवा सहकारी संस्था रूई, उन्हेल रोड़ पर 'सहकारिता से आश्रय एवं रहने लायक पर्यावरण दिवस' मनाया जाएगा। जानकारी जिला सहकारी संघ प्रबंधक जगदीश बैरागी ने दी।