जय भवानी जय शिवाजी

सोमवार, 20 फ़रवरी 2012 (01:06 IST)
जाणता राजा शिवाजी महाराज की 383वीं जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। क्षत्रिय मराठा समाज द्वारा शहर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में समाज के महिला-पुरुषों द्वारा लगाए जा रहे 'जय भवानी जय शिवाजी, आज का पुत्र कैसा हो वीर शिवाजी जैसा हो, आज की माता कैसी हो जीजा माता जैसी हो' जैसे नारों से शहर की गलियाँ गूँज उठी। समाजजनों ने 'शिवराजे तुम्ही पुनः जन्मघ्या' के उद्घोष के साथ शोभायात्रा का समापन किया।


समाज सचिव अनिल कोकणे व उत्सव समिति अध्यक्ष आनंद पोल ने बताया कि रविवार की सुबह मराठा समाजजन यहाँ कुंदा नदी तट पर एकत्रित होने लगे। सुबह लगभग 11 बजे शोभायात्रा की शुरुआत हुई। शिवाजी के वेश में पताका लिए युवक घोड़े पर सवार थे। डीजे पर बज रहे गीतों व बैंडबाजे के साथ निकली शोभायात्रा पर तोप द्वारा पुष्पवर्षा की गई।


चाँद-सूरज की पताका

शाही पालकी में शिवाजी महाराज की मूर्ति विराजमान थी। इस दौरान शिवाजी के शासनकाल के प्रतीक चाँद-सूरज की पताका लिए युवकों के पीछे घोड़े पर जीजा माता के वेश में युवती सवार थी। गणेश मंदिर से शुरू हुई शोभायात्रा सराफा बाजार, पोस्ट ऑफिस चौराहा, महात्मा गाँधी मार्ग, बस स्टैंड होते हुए कृषि उपज मंडी परिसर में संपन्ना हुई।


समाजजनों का स्वागत

शोभायात्रा में शामिल समाजजनों के लिए बाबा मित्रमंडल द्वारा आइसक्रीम और खालसा युवा मंच द्वारा शरबत की व्यवस्था की गई। वहीं विहिप और बजरंग दल द्वारा पुष्पवर्षा से शोभायात्रा का स्वागत किया। शोभायात्रा में समाज अध्यक्ष यशवंतराव वाघ, कार्यकारी अध्यक्ष विजय पासलकर, साख संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष अनिल ओगले, महिला मंडल अध्यक्ष पुष्पा दलवे सहित बड़ी संख्या में समाजजन शामिल हुए। समाज ने सभी का आभार माना। -निप्र

वेबदुनिया पर पढ़ें