कर्नाटक देगा मप्र को 11 हाथी

मंगलवार, 10 जनवरी 2012 (00:59 IST)
कर्नाटक सरकार ने मध्यप्रदेश के वन महकमे को 11 हाथी देने को तैयार हो गया है। इसके लिए वन अफसरों की एक टीम वहां जाएगी और हाथियों का चयन करेगी। चयन करने के बाद हाथियों को सड़क मार्ग से यहां लाया जाएगा।


दरअसल कर्नाटक में काफी संख्या में हाथी हैं। इसके चलते वन महकमे ने नेशनल पार्कों में हाथियों की संख्या बढ़ाने के लिए वहां के वन अधिकारियों से 20 हाथी मांगे थे। इस संबंध में प्रस्ताव भी तैयार कर भेजा गया था। इस पर कर्नाटक ने मध्यप्रदेश को 11 हाथी देने को तैयार हो गया है। इस संबंध में पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ को पत्र भी भेजा गया है। हाथियों को वहां से लाने की जिम्मेदारी वन महकमे ने बांधवगढ़ के डायरेक्टर पीके पाटिल को सौंपी है। श्री पाटिल के मुताबिक बांधवगढ़ के एक डिप्टी डायरेक्टर, दो महावत और एक चिकित्सक की टीम जल्द ही कर्नाटक जाएगी। यह टीम वहां जाकर यह परखेगी कि जो हाथी मप्र को दिए जा रहे हैं, उनमें बीमार और उम्रदराज तो नहीं हैं। यह तय करने के बाद ही हाथियों को वहां से लाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। बताया जाता है कि कर्नाटक से 11 हाथी आने के बाद उन्हें सभी नेशनल पार्कों में दिया जाएगा।


50 से अधिक हाथी- वन अधिकारियों के मुताबिक प्रदेश के नेशनल पार्कों में अभी 50 से अधिक हाथी हैं। इस हाथियों से जंगलों की सुरक्षा और पर्यटकों को घूमाने का कार्य किया जाता है। सबसे अधिक हाथी कान्हा टाइगर रिजर्व में हैं।


ईको टूरिज्म को नहीं मिलेंगे हाथी !

- वन अधिकारियों के मुताबिक ईको टूरिज्म बोर्ड ने भी पर्यटकों के लिए दस हाथी की मांग पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ से की थी। इस पर वाइल्ड लाइफ शाखा ने बोर्ड के सीईओ को पत्र लिख कर पूछा है कि वह हाथी को कहां और कैसे रखेंगे। पहले इसका जवाब दें तो हाथी देने पर विचार किया जा सकता है।


इनका कहना है

कर्नाटक ने अभी 11 हाथी देने को मंजूरी दे दी है। इसके लिए बांधवगढ़ नेशनल पार्क के डायरेक्टर को कार्ययोजना बनाने को कहा गया है।


-डा.एचएस पाबला, पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ

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