टेक्सटाइल ‍डिजाइनिंग में बनाएं क्रिएटिव कैरियर

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कैरियर के क्षेत्र में टेक्सटाइल डिजाइनिंग में काफी नयापन है, खासकर उन युवाओं के लिए जो रचनात्मक सोच के जरिए कुछ नया करना चाहते हैं। दुनियाभर में भारत की पहचान फैशन के क्षेत्र में काफी तेजी से बनी है। न केवल फैशन डिजाइनर बल्कि टेक्सटाइल डिजाइनिंग के क्षेत्र, जो कि फैशन इंडस्ट्री का ही एक अंग है, ने काफी तेजी से प्रगति की है। यह क्षेत्र अपने आप में क्रिएटिव है।

यही कारण है कि युवा इस ओर तेजी से आकर्षित हो रहे हैं। वर्तमान की बात करें तब आधुनिक टेक्नोलॉजी के कारण ऐसे साफ्टवेयर उपलब्ध हो गए हैं जिनके माध्यम से टेक्सटाइल डिजाइनिंग को नए आयाम मिले हैं। टेक्सटाइल डिजाइनरों को ज्यादातर एम्ब्रॉयडरी डिजाइन, प्रिंट, वेव एवं टेक्सचर पर ही काम करना होता है।

प्रस्तुतिकरकाफकुनिर्भ
इस क्षेत्र में आप अपने कार्य को कैसे प्रस्तुत कर रहे हैं यह सबसे महत्वपूर्ण पक्ष है। आपकी सोच और आपके डिजाइन आप जिन्हें बेच रहे हैं उन्हें पूर्ण रूप से समझाते आना चाहिए। इस कारण इस क्षेत्र में प्रस्तुतिकरण का खासा महत्व है। आपकी सोच और आपने कौन से रंगों का प्रयोग किया है इस बारे में भी आपके विचार स्पष्ट होना चाहिए। इसके अलावा रंगों व नए ट्रेंड्स के बारे में भी जानकारी होना आवश्यक होता है।

आपको अपने डिजाइंस के बारे में संपूर्ण ज्ञान होना चाहिए और इसे कम्प्यूटर व साफ्टवेयर्स के माध्यम से प्रस्तुतिकरण करते आना चाहिए। इतना ही नहीं आपको अपने साथियों के साथ मिलकर किसी बड़े प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए स्वयं में टीम भावना भी विकसित करना होती है।

विशेषज्ञता हासिल करें
गत कुछ वर्षों में टेक्सटाइल डिजाइनिंग के क्षेत्र में काफी मांग देखी गई है जिसके कारण कई इंस्टीट्यूट इसमें कोर्स आरंभ कर चुके हैं। अगर आप इस क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं तब इस बात का ध्यान रखें कि पूर्ण रूप से इसमें विशेषज्ञता हासिल करने के लिए प्रयत्न करें और आधे-अधूरे कोर्स करने से बचें।

विदेशों में है पहचान
पिछले कुछ वर्षों से भारतीय टेक्सटाइल इंडस्ट्री की विदेशों में पहचान बढ़ी है तथा भारत की गिनती कॉटन मैन्युफेक्चरिंग में तीसरे नंबर पर हो रही है। यही नहीं, विश्व को कॉटन यार्न एवं टेक्सटाइल उपलब्ध कराने वाला विश्व का दूसरा सबसे बड़ा देश भारत ही है। यहां पर टेक्सटाइल इंडस्ट्री पूरी तरह से टेक्सटाइल मैन्युफेक्चरिंग एवं एक्सपोर्ट पर आधारित है। आज स्थिति यह है कि भारत कुल विदेशी मुद्रा का 27 फीसद टेक्सटाइल के निर्यात से हासिल कर रहा है। साथ ही टेक्सटाइल इंडस्ट्री देश के कुल औद्योगिक उत्पादन में 14 फीसद का योगदान कर रही है। इंडिया विजन 2020 के अनुसार टेक्सटाइल का क्षेत्र अगले पांच वर्षों में करीब 70 लाख नौकरी के अवसर उपलब्ध कराएगा तथा 2020 तक लगभग तीन करोड़ नौकरियों की उपज इस क्षेत्र से होगी।

यहां से करें कोर्स
1. नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (‍ आंध्रप्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र और प. बंगाल)
2. इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ फैशन डिजाइन, चंडीगढ़
3. नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद

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