ठिलवई डॉट कॉम (29 दिसंबर 2011)

2012 में भी मेरे दोस्त
साल 2011 में मैंने तुम्हें कई बार डिस्टर्ब किया है,
तकलीफ पहुँचाई है।
तुम्हें इस हद तक चिढ़ाया है कि
तुम रोने-रोने को आ गए हो,
लेकिन आज मैं तुमसे एक बात कहना चाहता हूँ
कि मैं यही सब 2012 में भी जारी रखने वाला हूँ...
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नंबर नहीं देंगे
ये मोहब्बत नहीं
उसूल ए वफा है ए दोस्त
कि हम जान तो दे देंगे, मगर
अपनी जान का नंबर नहीं देंगे।
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जो मिल गया
जो मिल गया, उसे मुकद्दर समझो
खुद को वक्त का सिकंदर समझो
क्यों डरते हो गम के तूफानों से
गम को केले का पेड़ और खुद को बंदर समझो।
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मेरी दुआ
बारिश की एक बूँद- आपको खुशी दे
दो बूँद - हँसी दे
तीन बूँद - तंदुरुस्ती दे
चार बूँद - कामयाबी दे
पाँच बूँद - बस कर यार वरना सर्दी हो जाएगी।
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एक बात याद रखना
लाइफ में एक बात याद रखना
क्रीम बिस्किट में क्रीम होता है
पर टाइगर बिस्किट में टाइगर नहीं होता।

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