महाअष्टमी आज

मंगलवार, 4 अक्टूबर 2011 (13:11 IST)
शारदीय नवरात्रि पर्व पर मंगलवार को महाष्टमी के उपलक्ष्य में जगह-जगह मांॅ अंबे की पूजा के साथ हवन एवं कन्याओं का पूजन किया जाएगा। देवी दर्शन के लिए मंदिरों में सैलाब उमड़ेगा। पर्व के तहत मंदिरों में सुबह से अनेक धार्मिक अनुष्ठानों के तहत दुर्गासप्तशती के पाठ, यज्ञ हवन आदि आयोजन हो रहे हैं।


* बिचौली मर्दाना स्थित वैष्णवधाम पर मांॅ दुर्गा, मांॅ काली, मांॅ सरस्वती एवं शिव परिवार का आकर्षक श्रृंगार किया जा रहा है। दोपहर में जागृति महिला मंडल की सदस्यों द्वारा मांॅ अंबे का यशोगान एवं नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दी जा रही है। विनोद अहलूवालिया ने बताया कि 4 अक्टूबर को शाम 5 बजे कन्याओं का पूजन किया जाएगा तथा 5 अक्टूबर को नवमी पर यज्ञ तथा शाम को लाल वस्त्रों में महाआरती होगी।


* हिन्दू सांस्कृतिक मंच द्वारकापुरी द्वारा 60 फीट रोड पर पार्श्व गायिका कविता पौडवाल की भजन संध्या हुई। भजनों के बीच मयूर नृत्य, अर्द्घनारीश्वर शिव-पार्वती नृत्य, शिव तांडव नृत्य की प्रस्तुतियांॅ भी हुई। कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा,राधे-राधे बाबा, लक्ष्मणदास महाराज, विधायक मालिनी गौड सहित अनेक नेता उपस्थित थे।


* विजयेश्वरी धाम ओल्ड राजमोहल्ला पर माता का विशेष श्रृंगार तथा महाआरती का आयोजन जारी है।


* नेमीनगर जैन कालोनी में आचार्य सौभाग्यसागरजी महाराज के सानिध्य में महामृत्यंजय मंत्र का जाप किया जा रहा है।


* गीतांजली युवा संगठन परदेशीपुरा द्वारा आयोजित कार्यक्रम के तहत बालिकाओं द्वारा गरबों की प्रस्तुति एवं नृत्य नाटिका का मंचन किया जा रहा है। रविवार को बापू नगर में महाआरती के पश्चात किन्नरों ने गरबों की प्रस्तुति दी।


* गायत्री शक्तिपीठ रविन्द्र नगर पर 24 कुंडीय महायज्ञ में प्रतिदिन 9 हजार आहुति अर्पित की जा रही है। यज्ञ की समाप्ति पर विदुश्री सुमनलता द्वारा तुलसी के पौधों का वितरण किया जा रहा है। 4 अक्टूबर को 1008 दीपो से महाआरती होगी।


*शांतिनाथ दिगंबर जैन बीस पंथी मंदिर मल्हारगंज पर प्रतिदिन मांॅ पदमावती का पंचामृत अभिषेक किया जा रहा है। शाम को भव्य श्रृंगार के साथ 108 चांदी के दीपों से महाआरती की जा रही है जिसमें सैकड़ों भक्त भाग ले रहे हैं। हेमंत दोषी ने बताया कि 4 अक्टूबर को मंदिर में दीपों से रोशनी की जाएगी।


* आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा मिलन गार्डन पर आयोजित पर्व के तहत मंगलवार को सुबह 7 बजे नवशतचंडी हवन, चंडी नववारण पूजा, एवं दुर्गासप्तशती का पाठ होगा। दोपहर 12.30 बजे पूर्णाहुति मंगल आरती व कलश होंगे।

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