भोपाल में आयोजित इस तीन दिन विश्व स्तरीय सम्मेलन में दुनियाभर के हिन्दी प्रेमियों, साहित्यकारों और पत्रकारों का जमावड़ा लगा है, जहां पर हिन्दी भाषा के विस्तार को लेकर विचार विमर्श किया जा रहा है।
इस सम्मेलन में तमाम आवश्यक सुरक्षा इंतजाम और व्यवस्थाओं के अलावा बुजुर्गों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बैटरी चलित वाहनों की व्यवस्था भी की गई है, ताकि बुजुर्गों या चलने में असमर्थ अतिथियों को सम्मेलन स्थल पर एक स्थान से दूसरे स्थान तक आने जाने में किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो।