बाजार पर नजर रखने वाले कंपनी मर्जर मार्केट के अनुसार इस साल अब तक विलय एवं अधिग्रहण के 16,194 सौदों में 3,100 अरब डॉलर मूल्य के सौदे हुए। इसका अनुमान है कि वर्ष 2017 के लिए परिदृश्य फिलहाल अनिश्चित बना हुआ है।
कंपनी का कहना है कि ब्रिटेन के यूरोपीय संघ ये अलग होने, अमेरिका में ट्रंप के नेतृत्व और फ्रांस तथा जर्मनी में आगामी चुनावों को लेकर स्थिति अनिश्चित है। हालांकि पिछले साल के मुकाबले विलय एवं अधिग्रहण सौदों में मूल्य के लिहाज से 22 प्रतिशत और संख्या के लिहाज से 10 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई। पिछले साल वैश्विक स्तर पर 3,900 अरब डॉलर के ऐसे सौदे हुए थे।
इससे पहले वर्ष 2007 में 3,700 अरब डॉलर के विलय एवं अधिग्रहण सौदे हुए थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष के दौरान अक्टूबर 2016 में सबसे अधिक विलय एवं अधिग्रहण गतिविधियां हुईं, जब 1,362 विलय एवं अधिग्रहण में 454.3 अरब डॉलर के सौदे हुए। यह मई 2007 के बाद सबसे अधिक मूल्य के सौदे हुए। मई 2007 में 546.7 अरब डॉलर के सौदे हुए थे। वर्ष 2016 में 10 अरब डॉलर से अधिक मूल्य वाले 38 बड़े सौदे हुए जिनका कुल मूल्य 911.5 अरब डॉलर रहा। इससे पिछले साल इस स्तर के 57 सौदे हुए जिनका कुल मूल्य 1,500 अरब डॉलर था।
यदि अलग-अलग क्षेत्रों की बात की जाए तो ऊर्जा, सार्वजनिक उपयोग के सेवाओं और खनन क्षेत्र में 582.80 अरब डॉलर के सौदे हुए। ये सौदे 1,351 सौदों के जरिए हुए। इसके बाद औद्योगिक और रसायन क्षेत्र का नंबर रहा जिसमें 3,056 सौदों के जरिए 498.5 अरब डॉलर मूल्य के सौदे हुए। प्रौद्योगिकी क्षेत्र में इस दौरान 2,115 सौदों के जरिए 401.4 अरब डॉलर मूल्य के सौदे हुए।