Aarti shri ramayan ji ki: श्री वाल्मीकि रामायण या रामचरित मानस का पाठ करने के पूर्व श्री रामायण जी की पूजा और आरती की जाती है इस पाठ के अंत के बाद भी यह कार्य विधिवत रूप से किया जाता है। यदि आप श्रीरामायणजी की आरती लिखी हुई पढ़ना चाहते हैं तो आपके लिए यहां प्रस्तुत है- आरति श्रीरामायणजी की कीरति कलित ललित सिय पी की।