Shri Pitar Aarti: पितृ श्राद्ध पक्ष में तर्पण, पिंडदा और पितृ पूजा के बाद पितरों की चालीसा, पितृ सूक्त का पाठ और पितृ कवच पाठ किया जाता है। अंत में पितरों की आरती उतारी जाती है। पितरों की कई आरतियां प्रचलित हैं परंतु यह आरती सबसे ज्यादा प्रचलित है। आओ पढ़ते हैं पितरों की आरती।
शरण पड़यो हूँ थारी बाबा,शरण पड़यो हूँ थारी॥
आप ही रक्षक आप ही दाता,आप ही खेवनहारे।
आप खड़े हैं हरदम हर घड़ी,करने मेरी रखवारी।
हम सब जन हैं शरण आपकी,है ये अरज गुजारी॥
भक्त सभी हैं शरण आपकी,अपने सहित परिवार।
रक्षा करो आप ही सबकी,रटूँ मैं बारम्बार॥