आईसीसीस चैंपियंस ट्रॉफी एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की विश्वकप के बाद दूसरी सबसे बड़ी प्रतियोगिता है। चैंपियंस ट्रॉफी का इतिहास 11 साल पुराना है। प्रति दो वर्ष में आयोजित होने वाली इस प्रतियोगिता की शुरुआत 1998 में बांग्लादेश से हुई।
आईसीसी नॉकआउट टूर्नामेंट के नाम से पहली बार इसका आयोजन 1998 में ढाका में किया गया। 2002 में इसका नाम आईसीसी नॉकआउट टूर्नामेंट से बदलकर आईसीसीस चैंपियंस ट्रॉफी हुआ।
आईसीसी ने चैंपियंस ट्रॉफी के फार्मेट में अब तक कई बदलाव किए गए हैं। पहले यह टूर्नामेंट नॉक आउट फार्मेट में खेला गया, लेकिन फिलहाल यह राउंड रॉबिन फार्मेट में खेला जाता है।
पहले चैंपियंस ट्रॉफी में भाग लेने वाली टीमों की संख्या 10 और 12 थी, जिसमें टेस्ट खेलने वाले देश और एसोसिएट्स मेंबर्स शामिल थे, लेकिन 2009 में चैंपियंस ट्रॉफी का कार्यक्रम तय होने से छह माह पहले की अवधि तक रैंकिंग में वरीयता के आधार पर आठ टीमों को शामिल किया गया है।
1998 आईसीसी नॉकआउट टूर्नामेंट- अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद द्वारा टेस्ट खेलने वाले देशों के साथ नॉक आउट टूर्नामेंट की शुरुआत बांग्लादेश से की गई। बांग्लादेश में क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ाने के उद्देश्य से इस टूर्नामेंट के सभी मैचों का आयोजन ढाका में किया गया। दक्षिण अफ्रीका ने वेस्टइंडीज को फाइनल में हराकर पहली बार आयोजित इस नॉक आउट टूर्नामेंट को जीता।
2000 आईसीसी नॉकआउट टूर्नामेंट- क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ाने के उद्देश्य से आईसीसी ने बांग्लादेश के बाद नॉकआउट टूर्नामेंट का दूसरा आयोजन 2000 में केन्या में किया। आईसीसी नॉकआउट टूर्नामेंट के सभी मैच नैरोबी में खेले गए। इस टूर्नामेंट को न्यूजीलैंड ने जीता। न्यूजीलैंड ने फाइनल में भारत को हराकर खिताब अपने नाम किया।
2002 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी- आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2002 श्रीलंका में आयोजित की गई। 2002 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फार्मेट में काफी बदलाव किए गए। इसी साल आईसीसी नॉकआउट टूर्नामेंट का नाम बदलकर आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी किया गया। इस बार चैंपियंस ट्रॉफी में नीदरलैंड और केन्या सहित कुल 12 टीमों ने हिस्सा लिया। साथ ही यह नॉकआउट फार्मेट के बजाय पहली बार राउंड रॉबिन फार्मेट में खेला गया और तब से लेकर अब तक चैंपियंस ट्रॉफी इसी फार्मेट में खेली जाती है। 2002 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का खिताबी मुकाबला भारत और श्रीलंका के बीच खेला गया, जो बारिश के कारण पूरा नहीं हो सका। इस तरह भारत और श्रीलंका को आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2002 का संयुक्त विजेता घोषित किया गया।
2004 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी- 2004 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन इंग्लैंड में किया गया। इस बार भी 12 टीमों ने भाग लिया और टूर्नामेंट के 15 मुकाबले एजबेस्टन, द रॉस बॉल और द ओवल में खेले गए। फाइनल मुकाबले में वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड को हराकर पहली बार खिताब पर कब्जा किया।
2006 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी- 2006 में चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन पहली बार भारत में हुआ। इस बार एक नया फार्मेट इस्तेमाल किया गया। कुल आठ टीमों ने भाग लिया, जिसमें छह टीमें आईसीसी रैकिंग में उनकी वर्तमान वरीयता के अनुसार चुनी गई। दो टीमों का चयन शेष चार टेस्ट खेलने वाले टीमों में से किया गया। ये चार टीमें श्रीलंका, वेस्टइंडीज, बांग्लादेश और जिम्बाब्वे थीं। चैंपियंस ट्रॉफी से पहले इन चारों टीमों को एक प्री-टूर्नामेंट राउंड रॉबिन लीग के तहत आपस में खिलाया गया और विजेता टीमों को चैंपियंस ट्रॉफी की अन्य दो टीमों में शामिल कर लिया गया। श्रीलंका और वेस्टइंडीज ने अपने-अपने मैच जीतकर 2006 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में स्थान बनाया। इस टूर्नामेंट को ऑस्ट्रेलिया ने जीता।
2009 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी- यूँ तो आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन हर दो साल में होता है, लेकिन 2006 के बाद 2008 में इसे पाकिस्तान में आयोजित करने का प्रस्ताव था। कई देशों ने पाकिस्तान में सुरक्षा कारणों से अपनी टीम भेजने से इंकार कर दिया, इसलिए आईसीसी ने चैंपियंस ट्रॉफी को 2009 तक स्थगित कर दिया। 2009 में आईसीसी ने इसका आयोजन स्थल पाकिस्तान से बदलकर दक्षिण अफ्रीका कर दिया।
इस बार चैंपियंस ट्रॉफी की पुरस्कार राशि चार गुना बढ़ाकर 40 लाख डॉलर कर दी गई है। विजेता टीम को 20 लाख और उपविजेता को 10 लाख डॉलर की पुरस्कार राशि मिलेगी। सेमीफाइनल की दो अन्य टीमों को चार-चार लाख डॉलर मिलेंगे। ग्रुप में तीसरे स्थान पर रहने वाली टीमों को एक- एक लाख डॉलर मिलेंगे।