चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत में ही दक्षिण अफ्रीका ने अपना प्रभाव दिखाते हुए खिताब अपने नाम किया। बांग्लादेश में हुए नॉक आउट टूर्नामेंट में दक्षिण अफ्रीका ने अपना सफर इंग्लैंड पर जीत के साथ शुरू किया और फाइनल में वेस्टइंडीज को हराकर पहली चैंपियंस ट्रॉफी जीतने का श्रेय हासिल किया।
इसके बाद 2000 और 2002 के टूर्नामेंट में दक्षिण अफ्रीका सेमीफाइनल में बाहर हो गया और 2004 में वह सेमीफाइनल तक भी नहीं पहुँच पाया। पहली चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम करने के बाद जीत दक्षिण अफ्रीका टीम अहम मुकाबलों में कमजोर पड़ने लगी और इस वजह से वह अपनी खिताबी जीत को दोहराने में नाकामियाब रही।
1998: नॉक आउट टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल मैच में इंग्लैंड पर 6 विकेट से शानदार जीत दर्ज करने के बाद सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका का मुकाबला श्रीलंका से हुआ। दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 240 रन बनाए, लेकिन बारिश की वजह से श्रीलंका की टीम 34 आवरों में को 224 रनों का लक्ष्य दिया गया। इसके बावजूद श्रीलंका की टीम इस लक्ष्य तक नहीं पहूँच पाई और 132 रनों पर सिमट गई।
टूर्नामेंट के फाइनल में दो दमदार टीमें आमने सामने हुईं, लेकिन बाजी दक्षिण अफ्रीका ने मारी। वेस्टइंडीज ने दक्षिण अफ्रीका को 245 रनों का लक्ष्य दिया। कुछ सधी हुई पारियों की बदौलत दक्षिण अफ्रीका ने इस लक्ष्य को 6 विकेट खोकर प्राप्त कर लिया और पहली नॉक आउट ट्रॉफी अपने नाम की।
2000: एक बार फिर से क्वार्टर फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड को 8 विकेट से हराकर दक्षिण अफ्रीका ने सेमीफाइनल में जगह बनाई। टूर्नामेंट के दूसरे सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका का सामना भारत से हुआ। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सौरव गांगुली के आतिशी 141 रनों की बदौलत दक्षिण अफ्रीका के सामने 295 रनों का विशाल लक्ष्य रखा।
जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम कुछ खास नहीं कर पाई। मार्क बाउचर के अर्द्धशतक के बावजूद दक्षिण अफ्रीका की पूरी टीम 200 रनों पर सिमट गई और इस तरह टूर्नामेंट में उनकी चुनौती खत्म हो गई।
2004: इस बार चैंपियंस ट्रॉफी में दक्षिण अफ्रीका कुछ खास नहीं कर पाई। अब तक हुए चैंपियंस ट्रॉफी के टूर्नामेंट में पहली बार दक्षिण अफ्रीका सेमीफाइनल तक भी नहीं पहुँच पाई। पहले मैच में बांग्लादेश पर 9 विकेट की आसान जीत के बाद दक्षिण अफ्रीका का अगला मुकाबला वेस्टइंडीज से हुआ लेकिन इस मैच में दक्षिण अफ्रीका को हार का सामना करना पड़ा।
हर्शल गिब्स के शतक की बदौलत दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 246 रन बनाए। वेस्टइंडीज ने इस लक्ष्य को आसानी से प्राप्त कर लिया और दक्षिण अफ्रीका पर 5 विकेट से जीत दर्ज की।
2006: इस बार दक्षिण अफ्रीका की चैंपियंस ट्रॉफी में शुरुआत अच्छी नहीं रही। पहले ही मैच में न्यूजीलैंड ने दक्षिण अफ्रीका को 87 रनों से हरा दिया। लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने अपने अगले 2 मुकबलों में जीत दर्ज की। श्रीलंका को 78 रनों से हराने के बाद दक्षिण अफ्रीका ने पाकिस्तान को 124 रनों की करारी शिकस्त दी।
दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 213 रन बनाए। लेकिन मखाया नतिनी की शानदार गेंदबाजी की वजह से पाकिस्तान की टीम मात्र 89 रनों पर पैवेलियन लौट गई। इस जीत के साथ दक्षिण अफ्रीका ने टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह बनाई जहाँ उसका सामना वेस्टइंडीज से हुआ। इस मैच में वेस्टइंडीज ने 6 विकेट से जीत हासिल की और दक्षिण अफ्रीका टूर्नामेंट से बाहर हो गया।
दक्षिण अफ्रीका ने अब तक चैंपियंस ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन किया है। यह एकदिवसीय रैंकिंग में नंबर 1 टीम है और वह अपना यह रूतबा कायम रखने के इरादे से इस टूर्नामेंट में उतरेगी। इस बार दक्षिण्ा अफ्रीका को श्रीलंका, न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के साथ बी ग्रुप में रखा गया है।
चैंपियंस ट्रॉफी 2009 के लिए दक्षिण अफ्रीका टीम इस प्रकार है- ग्रीम स्मिथ (कप्तान), जेहान बोथा, हाशिम अमला, मार्क बाउचर, एबी डिविलियर्स, जेपी डुमिनी, हर्शल गिब्स, जैक्स कैलिस, एल्बी मोर्कल, मखाया एनतिनी, वेयान पर्नेल, रॉबिन पीटरसन, डेल स्टेन, लोनवाबो तोस्तोबे, आरवान डेर मर्व।