शाहरुख खान मुझे बचपन से पसंद हैं : अनुष्का शर्मा

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अनुष्का शर्मा को ‘रब ने बना दी जोड़ी’ में शानदार अभिनय के लिए लगातार प्रशंसा और बधाइयाँ मिल रही हैं। उन्हें सबसे अच्छे प्रशंसा के शब्द यश चोपड़ा के लगे। वे कहती हैं ‘यशजी मेरे पास आए और उन्होंने कहा कि किसी भी कलाकार का पहली फिल्म में किया गया ये श्रेष्ठ अभिनय है। उन्होंने ये बात मेरे सिर पर हाथ रखकर कही। ये मेरे लिए उनका आशीर्वाद है।‘

अनुष्का को यशराज फिल्मों की अन्य नायिकाओं की तरह खूबसूरत या ग्लैमरस तरीके से परदे पर पेश नहीं किया गया। ये बात सुनकर अनुष्का यशराज बैनर के पक्ष में अपनी बात कहती हैं ‘ये बात सही है कि सीधी-सादी लड़की को भी यशराज फिल्म्स की फिल्मों में ग्लैमरस तरीके से पेश किया जाता है। मैं भी ग्लैमर की पृष्ठभूमि से आई हूँ और पहली फिल्म में खूबसूरत दिखना चाहती थी, लेकिन ये मेरे लिए बहुत बड़ा अवसर था। यह शुरुआत किसी सपने से कम नहीं थी। शिफॉन साड़ी में तो आप मुझे अगली फिल्म में भी देख सकते हैं...’

ये जानना दिलचस्प होगा कि अनुष्का को यह फिल्म कैसे मिली। ‘ऑडिशन द्वारा कुछ लड़कियों को चुना गया। इसके बाद आदित्य चोपड़ा ने ऑडिशन लिया और मैं चुन ली गई। मेरी पृष्ठभूमि फिल्मी नहीं है और न ही मैं यह जानती हूँ कि यहाँ काम कैसे होता है। फिल्म इंडस्ट्री में तो मैं किसी को जानती तक नहीं।‘

आम लड़की हूँ
  आम जिंदगी में भी मैं एक साधारण लड़की हूँ, जैसा कि ‘रब ने बना दी जोड़ी’ में मेरा किरदार था। मैं अच्छे कपड़े पहनकर रैम्प पर जरूर चलती हूँ, लेकिन मैं वैसी नहीं हूँ।      
अपने पहले नायक शाहरुख खान की अनुष्का हमेशा से ही प्रशंसक रही हैं। ‘मेरे डैड आर्मी में हैं और जब भी कोई कार्यक्रम होता था तब मैं शाहरुख पर फिल्माए गए गीत ‘किताबें तो बहुत-सी पढ़ी होंगी तुमने’ पर डांस किया करती थी। ‘बाजीगर’ फिल्म का यह गीत मुझे बहुत पसंद है। मैंने इस फिल्म को तीन बार देखा है। शाहरुख जिस तरीके से अपने आपको पेश करते हैं, मुझे अच्छा लगता है। अब उनके साथ फिल्म करने के बाद मैं उन्हें और भी ज्यादा पसंद करने लगी हूँ। ‘रब ने बना दी जोड़ी’ मेरे लिए स्कूल की तरह है, जहाँ आदि और शाहरुख मेरे टीचर थे।

शूटिंग के दौरान अनुष्का को ज्यादा हिदायतों या निर्देशों का सामना नहीं करना पड़ा। ‘आदि ने मुझे कभी सीमा से ज्यादा नहीं समझाया। उन्होंने मुझे मेरे चरित्र को समझने और अभिनय करने की पूरी छूट दी। आप सोच सकते हैं कि‍ कितने कलाकारों को अपनी ‍पहली फिल्म में इस तरह की छूट मिलती है। मैंने फिल्म के डॉयरेक्टर ऑफ फोटोग्राफी रवि चंद्रन को भी काफी परेशान किया क्योंकि मैं कैमरा एंगल के बारे में नासमझ थी। शाहरुख और आदि ने मेरे लिए सारी चीजें आसान कर दीं। ये सभी बातें उस समय बहुत मायने रखती हैं, जब आप शुरुआत कर रहे हों।‘

अभिनय करने के लिए अनुष्का को विशेष प्रयास नहीं करना पड़े। वे कहती हैं ‘मॉडलिंग भी एक तरह का परफॉर्मेंस ही है। रैम्प पर आप एक विचार का प्रतिनिधित्व करते हैं। फिल्म में आप खुद को प्रस्तुत करते हैं, लेकिन ये सब मेरे लिए कठिन नहीं था। आम जिंदगी में भी मैं एक साधारण लड़की हूँ, जैसा कि ‘रब ने बना दी जोड़ी’ में मेरा किरदार था। मैं अच्छे कपड़े पहनकर रैम्प पर जरूर चलती हूँ, लेकिन मैं वैसी नहीं हूँ।‘

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अनुष्का अपने आपको भाग्यशाली मानती हैं कि वे बैंगलुरु में बड़ी हुई हैं। ‘मुझे गर्व है कि मैं आर्मी ऑफिसर की बेटी हूँ। आर्मी आफिसर्स की पोस्टिंग अलग-अलग शहरों में होती रहती है और उनके बच्चे कठिनाई महसूस करते हैं लेकिन मेरी और मेरे भाई (जो कि राज्य स्तरीय क्रिकेट खिलाड़ी है) ने बैंगलुरु में ही रहकर पढ़ाई की।‘

मुंबई अब अनुष्का का नया घर है। ‘मॉडलिंग के लिए मुंबई मेरा आना-जाना लगा ही रहता था। एक वर्ष पहले मैं अपनी मॉम के साथ मुंबई रहने आ गई थी क्योंकि मेरे डैड की पोस्टिंग बाहर हो गई है। यहाँ हमने अभी तक रहने के लिए कोई घर नहीं खरीदा है और इस समय मैं आर्मी हेडक्वार्टर में बहुत आरामदायक महसूस कर रही हूँ। मुझे ये स्थान छोड़कर दूसरी जगह जाने की कोई जरूरत महसूस नहीं होती।‘