इश्किया

निर्माता : विशाल भारद्वाज, रमन मारू
निर्देशक : अभिषेक चौबे
संगीत : विशाल भारद्वाज
कलाकार : नसीरुद्दीन शाह, अरशद वारसी, विद्या बालन, सलमान शाहिद

खालूजान (नसीरुद्दीन शाह) और बब्बन (अरशद वारसी) चोर हैं। वे मुश्ताक (सलमान शाहिद) के लिए काम करते हैं। मुश्ताक की बॉसगिरी के कारण वे बेहद परेशान हैं और एक दिन मौका पाकर दोनों मुश्ताक के 25 लाख रुपए चुराकर भाग निकलते हैं। इन पैसों से वे नई जिंदगी शुरू करना चाहते हैं ताकि मुश्ताक की गुलामी से उन्हें आजादी मिले सके।

मुश्ताक से भागते हुए वे अपने एक पुराने दोस्त के घर पनाह लेने की सोचते हैं। वहाँ उनका सामना अपने दोस्त की विधवा कृष्णा (विद्या बालन) से होता है। कृष्णा दु:खी है और अकेलापन महसूस कर रही है। खालूजान और बब्बन के आने से उसकी जिंदगी में उत्साह आ जाता है।

खालूजान को कृष्णा से इश्क हो जाता है। वह उसकी बहुत इज्जत भी करता है। कृष्णा की तरफ से भी उसको सकारात्मक संकेत मिलते हैं। दूसरी ओर बब्बन के लिए वासना ही प्यार है और वह भी कृष्णा से नजदीकियाँ बढ़ाने की कोशिश करता है। तीनों साथ रहते हुए अपना अतीत भूल जाते हैं और वर्तमान के हर क्षण का मजा लेते हैं।

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कहानी में मुश्ताक फिर आ धमकता है। उसे दोनों के ठिकाने का पता लग जाता है। खालूजान और बब्बन एक बार अपनी जान बचाने के बारे में सोचने लगते हैं। गैंगस्टर की पत्नी कृष्णा का नया रूप उनके सामने आता है। अपने पति के अपराध में वह बराबर की साथी थी। वह दोनों को मुसीबत से निकालने का फैसला करती है। कृष्णा के अतीत के पन्ने भी खुल जाते हैं।

ग्रामीण परिदृश्य में फिल्माई गई ‘इश्किया’ मनुष्य के वासना, लालच, बदला, प्यार जैसी भावनाओं की पड़ताल करती है।

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