बैनर : इरोज इंटरनेशनल, मल्टी स्क्रीन मीडिया निर्माता : कृषिका लुल्ला निर्देशक : शशांत ए. शाह संगीत : जयदेव कुमार कलाकार : तुषार कपूर, विनय पाठक, रणवीर शौरी, विशाखा सिंह, रवि किशन, डॉली अहलूवालिया रिलीज डेट : 26 जुलाई 2013
PR
बजाते रहो कहानी है सभरवाल नामक सफल व्यवसायी की जो व्यवसाय की आड़ में धोखाधड़ी और सभी गोरखधंधे करता है। परंतु उसे नहीं पता की उसके इन गोरखधंधों ने, 4 गरीबों की जिंदगियों पर कितना बड़ा प्रभाव पैदा किया है। वो चार लोग हैं मिसेस बावेजा, सुखी, मिंटू हासन और बल्लू जो सभरवाल से बदला लेने के लिए तड़प रहे हैं।
PR
सभरवाल ने मिस्टर बावेजा और उनकी सहायक सायरा पर बैंक में धोखाधड़ी का झूठा आरोप लगवा दिया था, जिससे बावेजा को अटैक आया और उनकी मृत्यु हो गई। मिस्टर बावेजा की मौत के बाद मिसेज बावेजा ने सभरवाल से बदला लेने का निर्णय लिया।
PR
जब सुशासन खत्म हो जाए और शासन करने की जिम्मेदारी बुरे लोगों को दे दी जाए, तब किसी अच्छे इंसान को बुराई से लड़ने के लिए कदम उठाना ही पड़ता है। लेकिन क्या इतना काफी है? फिल्म कहानी है अच्छाई और बुराई के बीच लड़ाई की। यह लड़ाई है सम्मान, अखंडता और प्रतिष्ठा की। अच्छाई और बुराई की इस लड़ाई में जीतने के लिए अच्छे को भी थोड़ा बुरा बनना पड़ता है।