चिदम्बरम गृह मंत्री के रूप में शुभ नहीं

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केंद्रीय वित्तमंत्री के रूप में पी. चिदम्बरम देश के लिए शुभ साबित नहीं हुए। केंद्र की संप्रग सरकार में उन्होंने जब से वित्त विभाग संभाला, कोई भी लुभावना या सही बजट पेश नहीं कर पाए। शेयर बाजार औंधे मुँह गिरता चला गया और वे यही कहते रहे- हम स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। भारत की अर्थव्यवस्था चरमरा गई। मुद्रा स्फीति की दर काफी बढ़ गई

अब न जाने ये दर कहाँ तक जाएगी। इसका ठिकाना नहीं। मनमोहनसिंह भी कहते नजर आए कि जल्द से जल्द इस पर काबू पा लिया जाएगा। लेकिन तब तक महँगाई कहाँ पहुँच जाएगी, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। पहले शेयर 25 हजार पर था तो अब 15-16 हजार के आसपास चल रहा है। मैंने पहले भी लिखा था कि मंगल दूषित शनि से होने के कारण सफल वित्तमंत्री के रूप में सफलता पाना मुश्किल ही रहेगा। सो सही साबित हुआ।

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पी. चिदम्बरम का जन्म 16 सितंबर 1945 को मिथुन लग्न मेष नवांश में हुआ। लग्न में उच्च का राहु मंगल आयेश व भाग्येश शनि के साथ है। ये जो भी पदभार संभालें उसमें नुकसान ही होगा। मंगल व ‍शनि की बचत भाव के स्वामी चंद्र पर पूर्ण सप्तम दृष्टि पड़ रही है। अत: आम जनता का बजट गड़बड़ा गया है। क्योंकि वे वित्तमंत्री के रूप में सही और जनता के हितों का बजट नहीं बना पाए।

दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ती महँगाई पर लगाम लगाना काफी हद तक वित्तमंत्री पर होता है सो आपकी जन्म पत्रिका में अनुकूल ग्रह न होने से सफल वित्तमंत्री नहीं बन पाए, न ही आपका नाम सफल वित्तमंत्री के रूप में जाना जाएगा।

आपके राज में बड़े व्यापारी जो रिटेलर बने, वे ही मुनाफे में रहेंगे व आम जनता त्राहि-त्राहि करेगी क्योंकि जनता भाव का स्वामी बुध चतुर्थ भाव से द्वादश में है। आपकी पत्रिका में काल सर्प योग भी है। कुल मिलाकर देखा जाए तो आपकी पत्रिका में सफल वित्तमंत्री बनना नहीं लिखा है।

मेरा यह दावा है कि जिसतरह वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम भारत देश के लिए शुभ नहीं रहें ठीक उसी प्रकार ये गृह मंत्री के रूप में भी सक्षम नहीं रहेंगे।