क्या जेल बैकुंठ है!

प्रश्न- दद्दू, आसारामजी ने अपने एक बयान में जेल को बैकुंठ बताया है। आप क्या कहेंगे इस बारे में?

उत्तर : आम अपराधियों के लिए जेल नर्क के समान होता है। मगर खास व रसूखदार लोगों के लिए शायद बैकुंठ-सा ही होता हो तभी जब वे जेल से बाहर आते हैं तो हंसते हुए आते हैं और फूल मालाओं से उनका स्वागत होता है।

वेबदुनिया पर पढ़ें