आईपीएल टू में 'जीरो' पिछले साल के 'हीरो'

रविवार, 3 मई 2009 (18:05 IST)
इंडियन प्रीमियर लीग के पहले सत्र में बल्ले और गेंद से धूम मचाने वाले कई खिलाड़ियों को आईपीएल टू में दक्षिण अफ्रीका के जीवंत विकेटों से तालमेल बैठाने में जूझना पड़ रहा है और उन्हें टूर्नामेंट के लगभग आधा गुजर जाने के बाद भी लय में आने का इंतजार है।

इंडियन प्रीमियर लीग के पहले सत्र में शीर्ष पाँच बल्लेबाजों में शुमार गौतम गंभीर श्रीलंका के सनथ जयसूर्या और दक्षिण अफ्रीका के ग्रीम स्मिथ को आईपीएल टू में रनों के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है जबकि पिछले साल शीर्ष तीन गेंदबाजों में शुमार रहे पीयूष चावला और दक्षिण अफ्रीका के ऑलराउंडर एल्बी मोर्कल का भी यही हाल है।

गंभीर ने पिछले साल 14 मैचों में 41.07 की औसत से 534 रन बनाए और सिर्फ ऑस्ट्रेलिया के शान मार्श ही उनसे अधिक रन जोड़ सके लेकिन भारत का यह सलामी बल्लेबाज दक्षिण अफ्रीका में अब तक छह मैचों में 13.8 की औसत से केवल 69 रन बना पाया है।

जयसूर्या आईपीएल 2008 में एक शतक और दो अर्धशतक की बदौलत 514 रन जोड़कर तीसरे स्थान पर रहे लेकिन मौजूदा टूर्नामेंट में उनके बल्ले पर इस कदर जंग लगी कि वह पाँच मैचों में एक अर्धशतक के बावजूद केवल 85 रन ही जोड़ पाए हैं।

ग्रीम स्मिथ राजस्थान रॉयल्स के लिए पिछले सत्र में बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए 11 मैचों में 49 की औसत से 441 रन जोड़कर पाँचवे स्थान पर रहे लेकिन अपनी ही सरजमीं पर बाएँ हाथ का यह बल्लेबाज अब तक छह मैचों में 13 की औसत से केवल 65 रन ही बना पाया है।

अन्य बल्लेबाजों में टीम इंडिया और दिल्ली डेयरडेविल्स में गंभीर के जोड़ीदार वीरेंद्र सहवाग पहले टूर्नामेंट के प्रदर्शन को दोहराने में नाकाम रहे हैं। सहवाग ने पिछले साल 33.83 की औसत से 406 रन बनाए जबकि मौजूदा टूर्नामेंट में टीम के अच्छे प्रदर्शन के बावजूद यह आक्रामक बल्लेबाज पाँच मैचों में 21.75 की औसत से 87 रन ही जोड़ पाया है।

पिछले साल डेयरडेविल्स के लिए 37.77 की औसत से 340 रन जोड़ने वाले शिखर धवन स्थानांतरण के बाद मुंबई इंडियन्स टीम के साथ तालमेल नहीं बैठा पा रहे हैं और उन्होंने अब तक चार मैचों में सिर्फ 40 रन जोड़े जबकि उनका औसत 10 रन का रहा।

आईपीएल के पहले टूर्नामेंट में मुंबई इंडियन्स के लिए 35.55 की औसत से 320 रन बनाने वाले रॉबिन उथप्पा भी धवन की तरह अपनी नयी टीम बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे हैं और उन्होंने आईपीएल टू के छह मैचों में 10 से भी कम की औसत से मात्र 57 रन बनाए हैं।

अन्य बल्लेबाजों में कोलकाता नाइट राइडर्स के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और बेंगलुरु रॉयल चैलेजर्स के रोस टेलर भी पिछले साल के प्रदर्शन को दोहराने में नाकाम रहे हैं।

गांगुली ने पिछले साल 29.08 की औसत से 349 जबकि जबकि टेलर ने 37.25 की औसत से 149 रन बनाए थे लेकिन मौजूदा टूर्नामेंट में ये दोनों क्रमश: 16.40 की औसत से 82 और 16.75 की औसत से 67 रन ही बना पाए हैं।

गेंदबाजी में भी पिछले साल बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले चावला और मोर्कल इस बार लय हासिल करने में जूझ रहे हैं। चावला ने किंग्स इलेवन पंजाब के लिए पिछले साल 15 मैचों में 17 जबकि चेन्नई सुपरकिंग्स के मोर्कल ने 13 मैचों में इतने ही विकेट चटकाए थे।

लेकिन चावला आईपीएल टू में छह मैचों में 29 की औसत से केवल चार विकेट हासिल कर पाए हैं जबकि मोर्कल को तो घरेलू विकेट ही रास नहीं आ रहे और वह पाँच मैचों में सिर्फ पाँच विकेट चटका पाए हैं।

मोर्कल ने पिछले साल बल्ले से भी रनवर्षा करते हुए 34.42 की बेहतरीन औसत से 241 रन बनाए थे जबकि मौजूदा टूर्नामेंट में उनका बल्ला उनसे रूठा हुआ है और वह पाँच मैचों में 41 रन ही बना पाए हैं।

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