जकाती को अपने जलवों से मिली पहचान

सोमवार, 4 मई 2009 (16:16 IST)
एक दिन पहले तक क्रिकेट की दुनिया में बहुत कम लोग जानते होंगे कि शादाब बशीर जकाती नाम का कोई बाएँ हाथ का स्पिनर भी है, लेकिन आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ चार विकेट लेकर अपनी टीम चेन्नई सुपरकिंग्स को रोमांचक जीत दिलाने के बाद जकाती को अब हर कोई जान गया है।

जकाती ने इस मैच में दिल्ली डेयरडेविल्स के चार बल्लेबाजों को पैवेलियन का रास्ता दिखाया और 'मैन ऑफ द मैच' का खिताब ले उड़े थे। उन्होंने क्रीज पर जमे डेविड वार्नर (51) और दिनेश कार्तिक (52) के विकेट झटके और दिल्ली की झोली में जा रहा मैच चेन्नई की झोली में डाल दिया।

इन दोनों के अलावा उन्होंने तिलकरत्ने दिलशान और प्रदीप सांगवान को भी आउट किया। 28 वर्षीय इस लेफ्ट आर्म स्पिनर ने जिस गेंद पर दिलशान को बोल्ड किया वह सही मायनों में एक लेफ्ट ऑर्म स्पिनर की बेहतरीन गेंद थी, जो लेग स्टंप पर पड़ी और गजब की टर्न लेकर पूरी तरह स्टंप कवर किए दिलशान का ऑफ स्टंप ले उड़ी। उनकी इस गेंद पर कमेंटेटर भी गद्‍गद्‍ हो गए और उन्होंने कहा कि यह बाएँ हाथ के एक स्पिनर की ड्रीम बॉल थी।

गोवा के वास्को डि गामा के जकाती की निश्चित रूप से इस मैच से पहले कोई पहचान नहीं थी लेकिन इस मैच के प्रदर्शन ने उन्हें रातोरात स्टारडम की राह पर ला दिया।

वर्ष 1998-99 में अपने प्रथम श्रेणी करियर की शुरुआत करने वाले जकाती अपने करियर के एक दशक में शायद ही कभी किसी की जुबान पर आ पाए हों, लेकिन कल के मैच में हर कोई जान गया था कि जकाती के रूप में भारत को एक बढिया स्पिनर मिल गया है ।

जकाती ने इससे पहले तक 41 प्रथम श्रेणी मैचों में गोवा की तरफ से खेलते हुए 1290 रन बनाए थे और 36.38 के औसत से 103 विकेट लिए थे। उन्होंने 20-20 मैचों में खेलने की शुरुआत इस वर्ष 21 फरवरी को विशाखापत्तनम में केरल के खिलाफ की थी और मात्र तीन महीने के बाद आईपीएल के एक मैच से उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान स्थापित कर ली।

भारत में मौजूदा समय में लेफ्ट आर्म स्पिन गेंदबाजी की बात उठने पर सबसे पहले मुरली कार्तिक और फिर प्रज्ञान ओझा का नाम लिया जाता था लेकिन इस फेहरिस्त में अब जकाती का नाम भी शुमार हो गया है। आईपीएल में जिस तरह नए सितारे उभरकर सामने आ रहे हैं, उनमें अब एक नाम जकाती का भी शामिल है।

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