राजस्थान रॉयल्स और डेक्कन चार्जर्स को अपने पिछले मैचों में शिकस्त का सामना करना पड़ा है लेकिन सोमवार को इंडियन प्रीमियर लीग में जब ये दोनों टीमें आमने-सामने होंगी तो शेन वॉर्न की रणनीतिक समझ से राजस्थान की टीम का एडम गिलक्रिस्ट की टीम पर पलड़ा भारी रहेगा।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से खेलते हुए वॉर्न और गिलक्रिस्ट के बीच हमेशा तकरार रही और कल दोनों आईपीएल के दूसरे सत्र में दूसरी बार आमने-सामने होंगे।
पिछले मैच में वॉर्न की टीम ने बाजी मार ली थी और कल गिलक्रिस्ट इस हार का बदला चुकता करने के इरादे से उतरेंगे। वॉर्न और गिलक्रिस्ट की प्रतिद्वंद्विता इस मैच का आकर्षण होगी क्योंकि जहाँ तक बल्लेबाजी का सवाल है, दोनों टीमें बराबरी की नजर आती हैं।
डेक्कन के लिए एंड्रयू साइमंड्स ने कल किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ 36 गेंद में 60 रन की पारी खेलने आईपीएल के दूसरे सत्र में बेहतरीन आगाज किया।
गिलक्रिस्ट भी अच्छी लय में है जबकि उनके सलामी जोड़दार हर्शल गिब्स भी कप्तान का अच्छा साथ निभा रहे हैं। इसके अलावा रोहित शर्मा की फॉर्म डेक्कन चार्जर्स की बल्लेबाजी को मजबूत बनाती है।
राजस्थान की बल्लेबाजी भी डेक्कन से कमतर नहीं है जिसमें नमन ओझा और ग्रीम स्मिथ की सलामी जोड़ी शानदार फॉर्म में है।
रॉयल्स के पास यूसुफ पठान के रूप में ऐसा आक्रामक बल्लेबाज मौजूद है जो अकेले दम पर मैच का रुख पलटकर रख सकता है जबकि वॉर्न भी अपनी बल्लेबाजी का जलवा दिखा चुके हैं।
गेंदबाजी में राजस्थान की टीम का पलड़ा थोड़ा भारी नजर आता है। संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन के लिए रिपोर्ट किए गए तेज गेंदबाज अमितसिंह को जब भी गेंद थमाई गई तो उन्होंने विरोधी बल्लेबाजों की नाम में दम किया।
बाएँ हाथ के स्पिन गेंदबाज रवींद्र जडेजा भी टीम के गेंदबाजी आक्रमण को मजबूत करते हैं, जिसकी अगुआई कप्तान वॉर्न करेंगे। इसके विपरीत डेक्कन के तेज गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई कर रहे आरपी सिंह के प्रदर्शन में निरंतरता का अभाव है।
मैच जीतने के लिए रोहित और साइमंड्स की कामचलाऊ स्पिन पर निर्भर नहीं किया जा सकता विशेषकर करीबी मैचों में जैसा कि कल किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ अंतिम ओवर में मिली हार के साथ हुआ। गिलक्रिस्ट हालाँकि कह चुके हैं कि गेंदबाजी उनके लिए चिंता का कारण नहीं है।