मुंबई इंडियंस ने बेंगलुरु को 16 रन से हराया

सोमवार, 11 मई 2009 (11:15 IST)
बेहतरीन फॉर्म में चल रहे जीन पाल डुमिनी और रणजी ट्रॉफी की 'रन मशीन' अजिंक्य रहाणे की अर्द्धशतकीय पारियों से मुंबई इंडियन्स ने इंडियन प्रीमियर लीग में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को 16 रन से हराकर इंडियन सेमीफाइनल में पहुँचने की संभावना बरकरार रखी।

रहाणे (नाबाद 62) और डुमिनी (नाबाद 59) ने ऐसे समय में तीसरे विकेट के लिए 104 रन की अटूट साझेदारी करके टीम का स्कोर दो विकेट पर 157 रन के चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुँचाया, जबकि मुंबई ने टॉस जीतने के बाद अपने धाकड़ बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर (0) और सनथ जयसूर्या (29) के विकेट जल्दी गँवा दिए थे।

रहाणे ने तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरने का फायदा उठाकर 49 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और एक छक्का लगाया, जबकि डुमिनी ने 41 गेंद खेली तथा दो चौके और तीन छक्के जड़े। इन दोनों ने अंतिम पाँच ओवर में 53 रन जोड़े, जो आखिर में निर्णायक साबित हुए।

रॉयल चैलेंजर्स के गेंदबाज जहाँ शुरुआती सफलता का फायदा उठाने में नाकाम रहे, वहीं उसके बल्लेबाज सेंट जार्ज पार्क की स्विंग और उछाल लेती पिच पर टिककर नहीं खेल पाए और मार्क बाउचर के 33 गेंद पर नाबाद 48 रन के बावजूद उसकी टीम सात विकेट पर 141 रन ही बना पाई।

मुंबई की दसवें मैच में यह चौथी जीत है और अब वह अंक तालिका में नौ अंक के साथ छठे स्थान पर पहुँच गया है, जबकि दस मैच में छठी हार का सामना करने वाला बेंगलुरु अब आठ अंक के साथ सातवें स्थान पर खिसक गया है।

रॉयल चैलेंजर्स के बल्लेबाजों को सेंट जार्ज पार्क की पिच से मिल रही स्विंग और उछाल से पार पाने के लिए सजग शुरुआत की जरूरत थी, लेकिन अनुभवी जैक कैलिस (12) के चौथे ओवर में आउट होने से उसने नियमित अंतराल में विकेट गँवाए।

कैलिस ने ड्वेन ब्रावो की शॉर्ट पिच गेंद पर अपर कट लगाकर अपना विकेट गँवाया, जबकि रोबिन उथप्पा (4) भी धवल कुलकर्णी की गेंद पर सचिन तेंडुलकर को आसान कैच देकर पैवेलियन लौटे। विराट कोहली (20) ने ब्रावो के अगले ओवर में दो चौके लगाए, लेकिन दिल्ली के उनके साथी लेग स्पिनर चैतन्य नंदा की अतिरिक्त उछाल लेती गेंद पर उन्होंने शॉर्ट मिडविकेट पर आसान कैच थमा दिया।

रणनीतिक ब्रेक से ठीक पहले राहुल द्रविड़ (11) रन आउट हो गए, जबकि विश्राम के बाद लेसिथ मालिंगा ने अपनी खूबसूरत गेंद पर रोस टेलर (16) का मिडिल और ऑफ स्टंप उखाड़ दिया। हरभजनसिंह ने रीलोफ वान डर मर्व और आर. विनयकुमार को पैवेलियन भेजकर मुंबई इंडियन्स की बड़ी जीत सुनिश्चित कर दी।

बेंगलुरु को तेजी से रन बनाने के साथ विकेट बचाए रखने की जरूरत थी, लेकिन ब्रेक के बाद अगले आठ ओवर में केवल दो बार गेंद सीमा रेखा पार गई, जबकि इस बीच तीन विकेट गिरे। टेलर और बाउचर दोनों ने नंदा के अलग-अलग ओवर में एक एक छक्का जमाया।

बाउचर ने अपनी पारी में 33 गेंद खेलीं तथा एक चौका और दो छक्के लगाए। मुंबई की तरफ से ऑफ स्पिनर हरभजन ने बेहतरीन गेंदबाजी की तथा चार ओवर में 15 रन देकर दो विकेट लिए। इससे पहले तेंडुलकर के लगातार चौथी पारी में असफल रहने से मुंबई शुरू में ही संकट में पड़ गया।

पहले पाँच मैच में 198 रन बनाकर युवा बल्लेबाजों के लिए प्रेरणा बने तेंडुलकर दूसरे ओवर में विनय कुमार की बाहर जाती गेंद को छोड़कर पैवेलियन लौटे, जो उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेकर सीधे बाउचर के दस्तानों में गई।

तेंडुलकर पिछले चार मैच में केवल 28 रन बना पाए हैं। उनके आउट होने से इस मैच में वापसी करने वाले जयसूर्या (29) पर भी गेंदबाज लगाम कसने में सफल रहे। बाएँ हाथ के इस विस्फोटक बल्लेबाज ने वान डर मर्व के पहले ओवर में पगबाधा आउट होने से पहले 27 गेंद की अपनी पारी में चार चौके जरूर लगाए, लेकिन वह किसी भी समय रंग में नहीं दिखे।

रहाणे ने अपना पहला ट्वेंटी-20 मैच खेल रहे अभिमन्यु मिथुन पर मिडविकेट पर छक्का जड़ा, लेकिन जयसूर्या के आउट होने से उन्होंने एक दो रन लेकर स्कोर आगे बढ़ाने को तरजीह दी। मिथुन प्रभावहीन रहे और उन्होंने चार ओवर में 42 रन दिए।

दक्षिण अफ्रीका के युवा बल्लेबाज डुमिनी ने अपनी सधे हुए स्ट्रोक और बेहतरीन टाइमिंग का अच्छा नजारा पेश किया। उन्होंने शुरू में सतर्कता बरती, लेकिन बाद में मिथुन की गेंद पर छक्का जड़कर अपने हाथ खोले तथा बाद में वान डर मर्व और विनय कुमार की गेंद भी छह रन के लिए भेजी।
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