लौटी प्रीति की मुस्कान, चार्जर्स हुए फ्यूज

शनिवार, 9 मई 2009 (21:26 IST)
महेला जयवर्धने की एक और भरोसेमंद पारी और ब्रेट ली के विषम मोड़ पर जमाए गए छक्के से किंग्स इलेवन पंजाब ने इंडियन प्रीमियर लीग में शनिवार को यहाँ डेक्कन चार्जर्स के मुँह से जीत छीनकर तीन विकेट की रोमांचक जीत दर्ज की।

प्रीति जिंटा के होठों पर तैरती-उतरती मुस्कान को जयवर्धने ने खिलाखिलाहट में बदला, जिन्होंने तब लगातार गेंद पर दो छक्के जड़े, जबकि टीम को 20 गेंद पर 41 रन की जरूरत थी। इसके बाद जब टीम को नौ रन पर 16 रन की दरकार थी तो आईपीएल-टू में अपना पहला मैच खेल रहे ली ने गेंद छह रन के लिए भेजकर एंड्रयू साइमंड्स की तेज पारी को धूमिल कर दिया।

साइमंड्स ने टॉस गँवाने के बाद पहले बल्लेबाजी के लिए उतरे चार्जर्स को डाँवाडोल स्थिति से उबारकर 36 गेंद पर नाबाद 60 रन बनाए, जिसमें दो चौके और चार छक्के शामिल हैं। उन्होंने वेणुगोपाल राव (25 गेंद पर 32) के साथ 56 गेंद पर 95 रन की साझेदारी की, जिससे डेक्कन चार्जर्स पाँच विकेट पर 168 रन बनाने में सफल रहा।

किंग्स इलेवन ने नियमित अंतराल में विकेट गँवाए, लेकिन जयवर्धने (28 गेंद पर तीन छक्के) की मदद से 43 रन बनाए, जिससे पंजाब की टीम 19.5 ओवर में सात विकेट पर 169 रन बनाकर पाँचवीं जीत दर्ज करने में सफल रही। चार्जर्स की यह चौथी हार है और इन दोनों टीमों के अब दस-दस अंक हैं।

सन्नी सोहाल (17 गेंद पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 30 रन) ने किंग्स इलेवन पंजाब को तूफानी शुरुआत दी, लेकिन पिछले मैच में हैट्रिक लेकर अपनी गेंदबाजी के कसीदे कसने वाले रोहित शर्मा ने तीन गेंद के अंदर दोनों सलामी बल्लेबाजों को पैवेलियन भेजकर साबित कर दिया कि मुंबई इंडियन्स के खिलाफ उनका जलवा महज संयोग नहीं था।

गिलक्रिस्ट ने पाँचवें ओवर में रोहित को गेंद सौंपी और उन्होंने अपनी तीसरी गेंद पर सोहाल को मिड ऑफ की तरफ कैच उछालने के लिए मजबूर किया, जहाँ वेणुगोपाल ने आसान कैच लपका।
रोहित ने इसके बाद वेणुगोपाल को मिड ऑन पर बुलाया और साइमन कैटिच (9) ने पाँचवीं गेंद को वहीं उछालकर पैवेलियन की राह पकड़ी।

साइमंड्स का पहला ओवर महँगा साबित हुआ, जिसमें युवराजसिंह (18) और कुमार संगकारा (25) ने एक-एक छक्का लगाया, लेकिन शोएब मकसुसी ने भी तीन गेंद के अंदर इन दोनों को पैवेलियन भेज दिया। इस गेंदबाज ने बाद में इरफान पठान (10) का भी बेहतरीन कैच लपका।

जयवर्धने ने आशाएँ बंधाए रखीं। उन्होंने शोएब की गेंद पर डीप मिडविकेट पर अपना पहला छक्का जमाया तथा बाद में टी. सुमन की गेंद पर लगातार दो छक्के लगाकर रन और गेंद का अंतर कम किया। पूर्व श्रीलंकाई कप्तान जब रन आउट हो गए तो ली ने जिम्मा संभाला। अंतिम ओवर में आठ रन चाहिए थे और पीयूष चावला ने आरपी सिंह की पहलीं गेंद चार रन के लिए भेजकर पंजाब की जीत सुनिश्चित कर दी।

इससे पहले एडम गिलक्रिस्ट और हर्शल गिब्स फिर से चार्जर्स को अपेक्षानुरूप शुरुआत देने में नाकाम रहे। गिलक्रिस्ट ने ली की चौथी गेंद चार रन के लिए भेजी, लेकिन एस. श्रीसंथ ने चौथे ओवर में चार्जर्स के कप्तान को पैवेलियन भेज दिया।

गिलक्रिस्ट (20) ने श्रीसंथ की पहली गेंद पर डीप स्क्वायर लेग में छक्का जड़ा, लेकिन चौथी गेंद सीधे लांग लेग पर रमेश पोवार के हाथों में चली गई। गिब्स (13) पर ऐसे में टिककर खेलने की जिम्मेदारी थी, लेकिन उन्होंने इरफान पठान की बाहर जाती गेंद पर स्लिप में जयवर्धने को कैच दे दिया।

जयवर्धने ने इसके बाद सीमा रेखा से कुछ इंच पहले सुमन का कैच लपका। उन्होंने पठान के दो ओवर में दो छक्के जमाए, लेकिन विल्किन मोटा के पहले ओवर में ही वे पैवेलियन लौट गए।
रणनीतिक ब्रेक के बाद बल्लेबाजों की लय तोड़ने के लिए कुख्यात 11वें ओवर के बाद डेक्कन का स्कोर तो 73 रन ही रहा, लेकिन उसमें रोहित (9) के रूप में चौथा विकेट जुड़ गया। ली का यह आईपीएल टू में पहला विकेट था।

साइमंड्स जब पाँच रन पर थे तो युवराज ने अपनी गेंद पर उनका कैच छोड़ा, जो पंजाब की टीम को काफी महँगा पड़ा। इस ऑस्ट्रेलियाई धुरंधर ने पीयूष चावला पर मिडविकेट पर छक्का जड़कर अपने हाथ खोले और फिर पठान की लगातार गेंद पर चौका और छक्का जमाया।

उन्होंने श्रीसंथ का गेंदबाजी विश्लेषण भी बिगाड़ा, जिन्होंने पहले तीन ओवर में 17 रन दिए थे। श्रीसंथ ने पारी के 17वें ओवर में 20 रन दिए, जिसमें साइमंड्स के लगातार गेंद पर लांग ऑन और लांग ऑफ पर लगाए गए छक्के शामिल हैं। वेणुगोपाल भी पीछे नहीं रहे और उन्होंने भी अपनी पारी में दो छक्के लगाए।

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