वॉर्न को चैलेंज देंगे पीटरसन के चैलेंजर्स

शुक्रवार, 17 अप्रैल 2009 (19:04 IST)
गत चैंपियन राजस्थान रॉयल्स को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के शनिवार से शुरू हो रहे दूसरे संस्करण के अपने पहले मैच में इस बार इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन के नेतृत्व वाली बेंगलुरू रायल चैलेंजर्स की टीम से जबर्दस्त टक्कर मिलेगी।

पिछले वर्ष भारत में आयोजित आईपीएल के पहले संस्करण में चैलेंजर्स की टीम निचले क्रम पर रही थी, लेकिन इस बार पीटरसन और न्यूजीलैंड के जेसी राइडर की उपस्थिति से बेंगलुरु की टीम का मनोबल बढ़ा है और वे इस बार वॉर्न के नेतृत्व वाले राजस्थान रॉयल्स की टीम को कडी टक्कर देने की तैयारी कर चुके हैं।

टीम इंडिया के आक्रामक खिलाड़ी रॉबिन उथप्पा भी अपने बल्ले से करामात करने की फिराक में होंगे। वहीं स्थानीय जैक्स कैलिस भी पिछले वर्ष के दाग को इस बार धोना चाहेंगे।

इसके अलावा पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड भी क्रिकेट के इस संस्करण में अपनी उपयोगिता साबित करने को बेकरार होंगे। हालाँकि पिछले वर्ष के आईपीएल में द्रविड़ ने ही अपनी टीम की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाए थे, लेकिन उनकी टीम के दूसरे खिलाड़ी फिसड्डी साबित हुए थे और टीम को निचले क्रम से ही संतोष करना पड़ा था। टीम के लगातार हार के कारण ही इसके मालिक विजय माल्या ने अपने प्रबंधक चारू शर्मा को हटा दिया था और द्रविड़ को भी भला बुरा कहा था।

बहरहाल, टीम नए कप्तान के नेतृत्व में पूरे जोशो खरोश के साथ नई शुरुआत करने को बेताब हैं। गेंदबाजी में दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन मौजूद हैं। उनके हाल के शानदार फॉर्म को देखते हुए बेंगलुरु की टीम को बड़ा संबल मिलेगा। इधर तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार भी टीम के लिए तुरूप का इक्का साबित हो सकते हैं।

वहीं राजस्थान की टीम के लिए पिछले वर्ष वाली स्थिति नहीं है। उनके साथ पिछले वर्ष के मैच जिताऊ ऑलराउंडर शेन वॉटसन और पाकिस्तान के तेज गेंदबाज सोहैल तनवीर नहीं है। तनवीर पिछले वर्ष आईपीएल में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे।

हालाँकि दक्षिण अफ्रीकी कप्तान ग्रीम स्मिथ, रवीन्द्र जडेजा, यूसुफ पठान और हेंडरसन जैसे खिलाड़ी अपनी टीम को जिताने की क्षमता रखते हैं, लेकिन अच्छे तेज गेंदबाज की कमी टीम को खल सकती है।

स्पिन विभाग की कमान तो खुद कप्तान वॉर्न के हाथों में होगी, लेकिन तेज गेंदबाजी उनकी परेशानी का सबब हो सकती है। मुनाफ पटेल और सिद्धार्थ त्रिवेदी टीम की तेज गेंदबाजी की कमान संभालेंगे। जाहिर है वॉर्न को अपने इन गेंदबाजों से सौ फीसदी प्रदर्शन करवाना होगा।

आईपीएल के पिछले सत्र में वॉर्न की टीम की शुरुआत हार से हुई थी और बाद में टीम चैंपियन बनी थी, लेकिन इस बार वॉर्न नहीं चाहेंगे कि वह एक भी मैच हारे। वह फिर अपनी टीम से खिताब जीतने की उम्मीद कर रहें होंगे।

लेकिन वॉर्न के लिए पहला मैच आसान नहीं होने वाला है, क्योंकि पीटरसन के नेतृत्व वाली बेंगलुरु की टीम उनके सामने खम्म ठोक रही होगी। जहाँ एक तरफ पीटरसन अपनी टीम के पिछले वर्ष के खराब प्रदर्शन के तमगे को हटाना चाहेंगे वहीं वॉर्न जीत के साथ अपने अभियान की शुरुआत करना चाहेंगे।

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