सरकार ने कहा है कि खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को ढाँचागत सुविधाओं को मजबूत करने के लिए न्यूनतम 1,000 करोड़ रुपए बजटीय सहायता की जरूरत है।
यहाँ ‘आहार 2010’ के रजत जयंती संस्करण का उद्घाटन करने के बाद खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र व्यापक अवसर उपलब्ध कराता है और संभावनाओं का दोहन करने के लिए इस क्षेत्र को कम से कम 1,000 करोड़ रुपए की जरूरत है।
योजना आयोग को इस क्षेत्र के लिए धन आवंटन करते समय इस क्षेत्र की जरूरतों को महसूस करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बजट 2010-11 में इस क्षेत्र को 400 करोड़ रुपए का अनुदान दिया गया है जो पिछले बजट में आवंटित 280 करोड़ रुपए से अधिक है।
वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी ने यह राशि बढ़ाने का वादा किया है। यह क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है और पिछले दस महीनों में इसने 700 करोड़ रुपए का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आकर्षित किया है।
सहाय ने कहा विदेशी कंपनियाँ खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में निवेश में रुचि ले रही हैं। मंत्रालय भी और एफडीआई आकर्षित करने के लिए पहल कर रहा है। (भाषा)