चिदंबरम ने बढ़ाई महिलाओं की 'चमक'

गुरुवार, 28 फ़रवरी 2013 (18:12 IST)
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नई दिल्ली। संप्रग सरकार के मौजूदा कार्यकाल का अंतिम बजट पेश करते हुए वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने गुरुवार को अपने बजट भाषण में महिलाओं के लिए अनेक कदमों की घोषणा की।

चिदंबरम ने जहां महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष कोष बनाने का प्रस्ताव किया वहीं उन्हें विदेश से आभूषण लाने के मामले में राहत दी। इसके अलावा देश में पहला महिला सरकारी बैंक खोलने का प्रस्तावित किया।

देश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंताओं के बीच चिदंबरम ने 1000 करोड़ रुपए के अंशदान से ‘निर्भया निधि’ बनाने का प्रस्ताव किया।

उन्होंने कहा कि महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। हम लड़कियों और महिलाओं को सशक्त और सुरक्षित बनाने के लिए हरसंभव कार्य कर रहे हैं। इसके लिए 1000 करोड़ रुपए के सरकारी अंशदान से निर्भया निधि बनाए जाने का प्रस्ताव है।

महिलाओं का गहनों के प्रति लगाव को देखते हुए वित्तमंत्री ने विदेश से इसके आभूषण लाने के मामले में राहत देने का प्रस्ताव किया है। इसके तहत महिला यात्री बिना किसी आयात शुल्क के 1 लाख रुपए तक के आभूषण देश में बगैर शुल्क भुगतान के ला सकेंगी, वहीं पुरुष यात्रियों को 50,000 रुपए तक का आभूषण लाने की अनुमति होगी।

लोकसभा में 2013-14 का आम बजट पेश करते हुए वित्तमंत्री ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक के रूप में भारत के पहले महिला बैंक की स्थापना का प्रस्ताव किया। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक पूंजी के रूप में इस बैंक पर 1000 करोड़ रुपए की आरंभिक पूंजी का प्रावधान किया जाएगा।

चिदंबरम ने बजट में महिलाओं से संबंधित कार्यक्रमों के लिए 97,134 करोड़ रुपए रखे हैं।

उन्होंने अकेली महिलाओं या विधवाओं सहित कमजोर वर्गों की महिलाओं पर भी विशेष ध्यान दिया गया है ताकि वे सम्मान के साथ अपना गुजर-बसर कर सकें। (भाषा)

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