धीरे-धीरे दिखेगा दरों में कटौती का असर

रविवार, 2 नवंबर 2008 (17:24 IST)
अर्थशास्त्रियों का मानना है चालू वित्त वर्ष के दौरान विकास दर में गिरावट और अगले साल गिरावट में और बढ़ोतरी की चिंता ने संभवतया भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को निम्न ब्याज दरों के संकेत देने के लिए प्रेरित किया, जिसका लक्ष्य है विकास को प्रोत्साहित करना।

गौरतलब है कि रिजर्व बैंक ने शनिवार को रेपो दर आधा फीसदी घटाकर 7.5 फीसदी और सीआरआर एक फीसदी घटाकर 5.5 फीसदी कर दी।
अक्टूबर से अब तक रिजर्व बैंक द्वारा रेपो दर में डेढ़ फीसदी और सीआरआर में 3.5 फीसदी की कटौती की गई है।

क्रिसिल के निदेशक और प्रधान अर्थशास्त्री डीके जोशी ने बताया रिजर्व बैंक ने बैंकों को ब्याज दरें घटाने का संकेत दिया है, ताकि आर्थिक विकास की दर बढ़े और वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित हो। जोशी ने कहा यह गिरावट धीरे-धीरे होगी, चौथाई से आधा फीसदी। मुझे निम्न ब्याज दर प्रणाली स्पष्ट नजर आ रही है।

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