2030 तक भारत होगा तीसरी विश्व आर्थिक शक्ति

सोमवार, 27 फ़रवरी 2012 (16:01 IST)
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भारत 2030 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा, लेकिन उसकी उर्जा की मांग घटकर 4.5 प्रतिशत रह जाएगी। उर्जा क्षेत्र की वैश्विक कंपनी बीपी ने यह अनुमान लगाया है

बीपी के मुख्य अर्थशास्त्री क्रिस्टॉफ रुहल ने बीपी के उर्जा परिदृश्य 2030 को आज जारी करते हुए कहा कि 2030 तक चीन दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा और भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया में तीसरे स्थान पर होगी। वैश्विक आबादी, सकल घरेलू उत्पाद और उर्जा मांग में दुनिया की कुल आबादी में इन दोनों देशों की हिस्सेदारी 35 प्रतिशत की होगी।

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में उर्जा की मांग में विशेष इजाफा नहीं होगा। इसकी वजह यह है कि भारत की औद्योगिक क्षेत्र की मांग घटकर 4.5 प्रतिशत सालाना रह जाएगी, जो 1999-2010 में 5.5 प्रतिशत थी। ऐसे में उर्जा दक्षता में सुधार से औद्योगिकीकरण और बुनियादी ढांचा विस्तार के लिए उर्जा की मांग की भरपाई हो सकेगी।

रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि 2030 तक भारत की गैस आयात पर निर्भरता बढ़कर 47 प्रतिशत हो जाएगी। तेल के मामले में तो यह बढ़कर 91 फीसदी पर पहुंच जाएगी। वहीं देश अपनी 40 फीसदी कोयले की जरूरत आयात से पूरी करेगा।

इसमें कहा गया है कि 2030 में भारत में उर्जा की खपत आज की तारीख में चीन में खपत से आधी होगी। उर्जा खपत के मामले में भारत निचले स्तर पर होगा। (भाषा)

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