जाइंट किलर जिम्बाब्वे अपना करिश्माई प्रदर्शन जारी रखते हुए बुधवार को यहाँ होने वाले त्रिकोणीय सिरीज के फाइनल में एक बार फिर उलटफेर करने के इरादे से उतरेगी जबकि उसकी विरोधी श्रीलंका का लक्ष्य लीग मैच की हार का बदला लेकर खिताब अपने नाम करना होगा।
भारत और श्रीलंका ने भले ही टूर्नामेंट के लिए दूसरे दर्जे की टीम भेजी थी लेकिन कम ही लोगों को उम्मीद रही होगी कि जिम्बाब्वे 13 अंक के साथ अंक तालिका में चोटी पर रहेगा।
कमजोरी मानी जाने वाली इस टीम ने भारत के खिलाफ दोनों मैचों में आसान जीत दर्ज की जबकि कल अपने अंतिम लीग मैच में श्रीलंका को हराकर चार मैचो में तीन जीत के साथ अंक तालिका में शीर्ष पर रहा। टीम के लिए ब्रैंडन टेलर की फार्म काफी अहम है और यह सलामी बल्लेबाज पहले ही तीन बार मैन आफ द मैच चुना जा सका है।
टेलर के अलावा हैमिल्टन मसाकाद्जा, चामू चिभाभा, ततेंडा तायुबू और चार्ल्स कोवेंट्री भी बल्ले से अच्छा योगदान दे रहे हैं और टीम को कल फिर इनसे अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
टीम की गेंदबाजी में भी धार नजर आ रही है विशेषकर स्पिन विभाग में। रे प्राइस, प्रास्पर उत्सेया और ग्रीम क्रेमर सधी हुई गेंदबाजी के साथ बल्लेबाजों का बांधने में सफल रहे हैं जबकि क्षेत्ररक्षकों ने गेंदबाजों का अच्छा साथ निभाया है।
कल के मैच में जब तिलकरत्ने दिलशान और उपुल थरंगा ने 20 ओवर में 122 रन जोड़ लिए थे तब लग रहा था कि मेहमान टीम हावी हो जाएगी लेकिन उत्सेया के दोहरे झटके के बाद अन्य गेंदबाजों ने भी सटीक गेंदबाजी करते हुए श्रीलंका को 48 ओवर में 236 रन पर ढेर कर दिया। श्रीलंका की टीम हालांकि जिम्बाब्वे को एक और जीत से रोकने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी।
कप्तान दिलशान को दिनेश चांदीमल ने एक बार फिर अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी जिन्होंने भारत के खिलाफ अपने करियर का पहला शतक जमाकर टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। गेंदबाजी विभाग में टीम को शुरुआती सफलता दिलाने का दारोमदार तिलन तुषारा और दिलहारा फर्नान्डो पर होगा। (भाषा)