विवादास्पद ऑस्ट्रेलियाई एंड्रयू साइमंड्स ने टीम में वापसी के लिए मानसिक रूप से खुद को फिट घोषित करते हुए दावा किया कि मछली पकड़ने के प्रकरण के बाद कुछ दिन के अंतरावलोकन से उनकी क्रिकेट खेलने की इच्छा फिर से जागृत हो गई है।
साइमंड्स ने हाल में रिलीज अपनी किताब में दावा किया है कि दो बार उनकी क्रिकेट खेलने की इच्छा खत्म हो गई थी।
पहली बार जब भारतीय ऑफ स्पिनर हरभजनसिंह को सिडनी विवाद के बाद सिर्फ जुर्माने पर छोड़ दिया गया था और दूसरी बार जब उन्हें डारविन में मछली पकड़ने के कारण टीम प्रबंधन की अनिवार्य बैठक में भाग नहीं लेने के लिए टीम से बाहर किया गया था।
लेकिन सलाहकारों और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सहयोग ने उन्हें वापसी के लिए तैयार किया। साइमंड्स ने द हेराल्ड सर्नं से कहा जब मैं डारविन से लौट आया था तो यह मेरी सबसे बड़ी चिंता थी कि मैं अब चुनौतियाँ चाहता हूँ या नहीं, लेकिन मैं अब भी चुनौतियाँ चाहता हूँ।
उन्होंने कहा मुझे वहाँ पर उनके साथ चुनौतियाँ स्वीकार कर खेलने में मजा आता। निश्चित रूप से ऐसा नहीं हो सकता था लेकिन मुझे लगता है कि यह भी अच्छा संकेत है कि मेरे अंदर भूख है और मैं इसके लिए तैयार हूँ। उम्मीद है कि मैं टीम में वापसी कर सकता हूँ।
साइमंड्स ने मछली प्रकरण के बारे में कहा कि वह दिन का अपना कार्यक्रम गलत पढ़ बैठे थे। उन्होंने कहा यह फैसला नहीं था यह सिर्फ एक गलती थी। ऐसा नहीं था कि मैं बाहर गया,, शराब पी और फिर लड़ाई की। मैंने एक गलती की थी। मैं जल्दी सो गया था और जल्दी उठकर मछली पकड़ने चला गया और टीम का कार्यक्रम पढ़ने में गलती कर गया।
उन्होंने कहा मैं निश्चित रूप से इस फैसले से हताश था। लेकिन मैं समझ सकता हूँ कि इस पर फैसला होना जरूरी था। मैंने गलती की थी भले ही यह दुर्घटनावश हुई हो।
साइमंड्स अपने रिहैबिलिटेशन में मनोचिकित्सक से लगातार मुलाकात कर रहे हैं और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी जेम्स सदरलैंड से भी संपर्क में हैं।