ऑकलैंड में महेंद्र सिंह धोनी की 'अग्निपरीक्षा'

बुधवार, 5 फ़रवरी 2014 (18:30 IST)
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ऑकलैंड। विदेशी जमीन पर लगातार दूसरी वनडे सीरीज गंवाने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम जब गुरुवार से यहां न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना पहला टेस्ट खेलने उतरेगी तो उसका एकमात्र लक्ष्य अपनी कमियों और आलोचनाओं को पीछे छोड़ते हुए जीत की पटरी पर लौटना होगा।

भारत के लिए यह मुकाबला इसलिए भी अहम है कि यदि वह दो टेस्टों की इस सीरीज को जीत लेता है या फिर ड्रॉ कराने में सफल रहता है तो वह टेस्ट रैंकिंग में दूसरे नंबर पर बना रहेगा। लेकिन यदि वह इस बार भी नाकाम होता है तो वनडे में नंबर वन का ताज गंवा चुकी टीम इंडिया टेस्ट में भी नंबर 2 की अपनी कुर्सी गंवा बैठेगी।

एक ओर जहां टीम इंडिया वनडे सीरीज 0-4 से हारने के बाद मनोवैज्ञानिक रूप से भी दबाव में आ गई है तो दूसरी ओर मेजबान न्यूजीलैंड के हौसले अब काफी मजबूत हुए हैं और उसने पहले ही टीम इंडिया को टेस्ट सीरीज में भी पछाड़ने की चेतावनी दे दी है।

हालांकि यदि टीम इंडिया के अभ्यास मैच में हालिया प्रदर्शन को देखा जाए तो कहा जा सकता है कि अधिकतर खिलाड़यों ने अपने प्रदर्शन में व्यापक सुधार कर कमियों से उबरने का प्रयास किया है। ऐसे में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के सामने भी सर्वश्रेष्ठ एकादश को ही मैदान पर उतारने की जिम्मेदारी होगी ताकि इस बार उनकी योजना सफल हो पाए।

टीम इंडिया 6 से 10 फरवरी तक चलने वाले पहले टेस्ट में मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, रोहित शर्मा, कप्तान धोनी, अंबाती रायुडू, अजिंक्य रहाणे, रिद्धिमान साहा, युवा बल्लेबाज विराट कोहली और शिखर धवन जैसे बेहतरीन बल्लेबाजों के साथ मैदान पर उतरेगी।

अभ्यास मैच में टीम के कमोबेश सभी बल्लेबाजों ने अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया है लेकिन विस्फोटक ओपन शिखर धवन का फिर से नाकाम हो जाना भारत की मुश्किलें बढ़ा सकता है। शिखर का वनडे सीरीज में भी प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा था और अभ्यास मैच में उनका मात्र 26 रन पर पैवेलियन लौट जाना चिंता का विषय है।

हालांकि रविचंद्रन अश्विन ने एक बार फिर खुद को साबित किया है कि वे एक बेहतरीन ऑलराउंडर टीम इंडिया के लिए साबित हो सकते हैं। ऑफ स्पिनर अश्विन ने अभ्यास के दौरान न सिर्फ 45 रन पर 2 विकेट हासिल किए बल्कि 8वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने 46 रनों की धुआंधार पारी भी खेली। ऐसे में साफ है कि निचले क्रम में भी टीम के पास कुछ ऐसे खिलाड़ी मौजूद हैं, जो अहम मोड़ पर टीम के लिए मददगार साबित हो सकते हैं।

अश्विन के अलावा जहीर खान, ईश्वर पांडे, ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी और उमेश यादव के रूप में टीम के पास कई बेहतरीन गेंदबाज मौजूद हैं, जो न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को रनों का अंबार लगाने से रोक सकते हैं।

वनडे सीरीज में सर्वाधिक विकेट लेने वाले शमी, अनुभवी तेज गेंदबाज जहीर और ऑफ स्पिनर अश्विन टीम के मुख्य गेंदबाज हैं जबकि तीसरे तेज गेंदबाज के लिए धोनी को ईशांत और ईश्वर में से किसी एक का चुनाव करना होगा। (वार्ता)

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