गंभीर और वॉटसन के खिलाफ आरोप तय

गुरुवार, 30 अक्टूबर 2008 (17:19 IST)
भारत के ओपनर गौतम गंभीर और ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर शेन वॉटसन के बीच बुधवार को हुई तनातनी की घटना ने तूल पकड़ लिया है और मैदानी अंपायरों और तीसरे अंपायर सुरेश शास्त्री ने दोनों खिलाड़‍ियों को खेल भावना के उल्लंघन का दोषी करार देते हुए उनके खिलाफ आरोप तय कर दिए हैं।

गंभीर को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की आचार संहिता के लेवल दो के उल्लंघन का दोषी बताया गया है। उन्हें दोषी पाए जाने की स्थिति में उनके खिलाफ एक टेस्ट का प्रतिबंध या 50 से 100 प्रतिशत तक मैच फीस का जुर्माना लगाया जा सकता है।

वॉटसन पर आरोप गंभीर के मुकाबले हल्का है। उन्हें लेबल 1 का दोषी बताया गया है। दोष साबित होने पर उन्हें आधिकारिक फटकार या मैच फीस की 50 प्रतिशत रकम के जुर्माने से ही छुट्टी मिल जाएगी।

मैदानी अंपायरों बिली बोडन और अलीम डार ने तीसरे अंपायर सुरेश शास्त्री के साथ मैच रेफरी को सूचित करने के बाद दोनों खिलाड़‍ियों के खिलाफ आरोप तय किए।

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरे टेस्ट के शुरुआती दिन फीरोजशाह कोटला में चाय काल से एक ओवर पहले वॉटसन की गेंद पर दूसरा रन लेते समय गंभीर गेंदबाज से टकरा ए थे।

इससे पहले ही दोनों खिलाड़‍ियों के बीच तनातनी हो चुकी थी। इस कारण ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पोंटिंग ने तुरंत इस बारे में अलीम डार से बात की।

उस समय दूसरे छोर पर खडे सचिन तेंडुलकर ने गंभीर को शांत बने रहने की हिदायत दी। चायकाल के बाद भी गंभीर की ऑस्ट्रेलिया के एक अन्य गेंदबाज साइमन कैटिच से किसी बात को लेकर गर्मागर्म बहस हो गई।

गंभीर ने बाद में वॉटसन को उनकी कोहनी लगने की घटना को महज एक दुर्घटना करार दिया है। उन्होंने कहा कि वॉटसन उन्हें आउट नहीं कर पाने की वजह से खीझ गए थे और इसी वजह से दोनों के बीच गर्मागर्मी हो गई।

उन्होंने कहा कि रन लेते समय मेरा ध्यान दौड़ने पर था और उस स्थिति में वॉटसन अचानक मेरे सामने पड़ गए। उनके शरीर से मेरी कोहनी का लगना महज एक मामूली दुर्घटना थी।

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