पोंटिंग ने कहा,...तो मैं नहीं खेलूंगा

बुधवार, 4 जनवरी 2012 (17:58 IST)
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग ने आज भारत के खिलाफ 134 रन बनाकर अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया। उन्होंने शतकीय पारी खेलने के बाद कहा कि वह इसलिए क्रीज पर जमे रहे क्योंकि बहुत ज्यादा दबाव के बावजूद वह अब भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रन बनाने के लिए भूखे हैं।

पोंटिंग ने अपना 40वां टेस्ट शतक बनाने के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘यदि मेरे अंदर रनों की भूख नहीं होती तो मैं यह खेल नहीं खेल रहा होता। पिछले दिनों मुझ पर जितना अधिक दबाव था उतना मेरे पूरे करियर में कभी नहीं रहा। मैंने कड़ी मेहनत की। मुझे खुद पर गर्व है और मैं जैसे चाहता हूं उसी तरह से अपने करियर का अंत करना चाहता हूं। मुझे प्रतिस्पर्धा पसंद है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया पांचवें नंबर से शीर्ष पर पहुंचने का हकदार है और मैं अपनी तरफ से उसके लिए हर संभव कोशिश करना चाहता हूं।’’ पोंटिंग कहा कि 37 साल की उम्र में उच्च स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने के लिए खुद पर विश्वास होना जरूरी है।

उन्होंने कहा, ‘‘खुद पर विश्वास बनाए रखो। यदि आपको लगता कि आप ऐसा कर सकते हो तो वैसा करना जारी रखो। यदि आपको लगता है कि अभ्यास से आप बेहतर खिलाड़ी नहीं बन सकते तो आप अपना समय बर्बाद कर रहे हो मैंने कई अन्य दिग्गज खिलाड़ियों से बात की जो संन्यास ले चुके हैं जबकि मैं अभी खेल रहा हूं। उन्होंने कहा कि वे वैसा कड़ा अभ्यास नहीं कर पा रहे थे जैसे कि कभी किया करते थे।’’

पोंटिंग से जब पूछा गया कि एक अन्य वरिष्ठ खिलाड़ी जैक कैलिस के 41वें शतक से क्या उन्हें प्रेरणा मिली, उन्होंने कहा, ‘‘यदि दुनिया के दूसरे छोर पर क्या हो रहा है, मैं इससे प्रेरणा लेता हूं तो फिर मुझे खेलना नहीं चाहिए।’’ (भाषा)

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