भारतीय क्रिकेट टीम के मैनेजर चेतन चौहान ने ऑफ स्पिनर हरभजनसिंह पर कथित नस्लभेदी टिप्पणी करने के आरोप में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा आज लगाए गए तीन टेस्ट मैचों के प्रतिबंध को अनुचित बताते हुए कहा है कि सुनवाई में उनके पक्ष को दरकिनार कर दिया गया।
चौहान ने कहा कि बैठक में हमारे पक्ष को पूरी तरह नकार दिया गया और दो ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के बयान को मैच रेफरी माइक प्रोक्टर ने प्राथमिकता देते हुए हरभजन पर प्रतिबंध लगाने का फैसला कर डाला।
साढे छह घंटे तक चली सुनवाई में भारत की तरफ से हरभजन के अलावा कप्तान अनिल कुंबले, सचिन तेंडुलकर, मैनेजर चेतन चौहान और मीडिया मैनेजर एमवी श्रीधर उपस्थित थे, जबकि ऑस्ट्रेलियाई दल में साइमंड्स, कप्तान रिकी पोंटिंग, एडम गिलक्रिस्ट, मैथ्यू हेडन, माइकल क्लार्क और टीम मैनेजर स्टीव बर्नार्ड उपस्थित थे।
हरभजन ने साइमंड्स पर किसी तरह की नस्लभेदी टिप्पणी करने से साफ इन्कार किया है लेकिन सुनवाई में दो ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने दावा किया था कि उन्होंने हरभजन को साइमंड्स पर 'बिग मंकी' जैसी नस्लीय टिप्पणी करते सुना था।