पिछले साल भारत की वनडे विश्व कप खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाने वाले क्रिकेटर युवराज सिंह को कैंसर है और वह अमेरिका में कीमोथेरेपी करा रहे हैं।
यह 30 वर्षीय बाएं हाथ का बल्लेबाज पिछले महीने से इलाज के सिलसिले में अमेरिका में है। उनके परिवार ने पहले युवराज के फेफड़े में ट्यूमर की पुष्टि की थी लेकिन अब जांच में इसे घातक पाया गया है और युवराज इस समय बोस्टन में कैंसर अनुसंधान संस्थान में कीमोथेरेपी करा रहे हैं ।
उनके फिजियो डॉ. जतिन चौधरी ने हालांकि आश्वस्त किया कि इसे इलाज से ठीक किया जा सकता है और यह बल्लेबाज मई में क्रिकेट खेलने के लिये फिट होगा।
युवराज की मां शबनम सिंह से संपर्क नहीं हो पाया है जबकि उनके पिता क्रिकेटर युवराज सिंह ने इस मामले में टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।
चौधरी ने कहा यह असमान्य ट्यूमर है लेकिन यह कैंसर भी है लेकिन इसका पता पहले चरण में ही लगा लिया गया है । डाक्टरों को फैसला करना था कि वे दवाई जारी रखें या फिर कीमोथेरेपी कराएं।
लेकिन ट्यूमर का हिस्सा उनके दिल की धमनी के ऊपर था तो इसमें खतरा था क्योंकि यह फट सकता था। डॉक्टरों का कहना है कि इसका पूरी तरह से उपचार किया जा सकता है।
चौधरी ने कहा डॉक्टरों ने फैसला किया कि उन्हें कीमोथेरेपी करानी पड़ेगी और वह 26 जनवरी को अमेरिका गए थे। मार्च के अंत में वह सीटी स्कैन कराएंगे और तब तक उन्हें इस बीमारी से उबर जाना चाहिए। इसके बाद अप्रैल में रिहैबिलिटेशन होगा और वह मई तक खेलने के लिए फिट हो जाएंगे।
युवराज पिछले साल विश्व कप में 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' रहे थे, उन्होंने 362 रन बनाकर और 15 विकेट चटकाकर चार मैच 'मैन ऑफ द मैच' पुरस्कार हासिल किए थे । वह इस बीमारी के लिए आयुर्वेदिक दवाईयां भी ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आयुर्वेदिक उपचार के बाद कीमोथेरेपी के केवल तीन चरण जरूरी हैं। शुरू में जब अक्टूबर के अंत में बायोप्सी के बाद कैंसर का पता चला तो डॉक्टरों को डर था कि उपचार में कीमोथेरेपी के छह चरण कराए जाएंगे।
चौधरी ने कहा शुक्र है कि सर्जरी की जरूरत नहीं पड़ी। वह पहले से काफी बेहतर है और जल्द से जल्द क्रिकेट मैदान पर वापसी करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि भारत के अस्पतालों में गलत जांच के कारण कैंसर का पता चलने में देरी हुई।
चौधरी ने कहा रूसी डॉक्टर की जांच में कैंसर का पता चला और अमेरिका में डॉक्टरों से सलाह के बाद फैसला किया गया कि युवराज की कीमोथेरेपी करायी जाएगी।
युवराज ने 37 टेस्ट मैच में 34.80 के औसत से 1775 रन बनाए हैं। उन्होंने 274 वनडे मैच में 37.62 के औसत से 8051 रन जोड़े हैं। वहीं 23 ट्वेंटी-20 मैचों में उनके नाम 567 रन हैं। (भाषा)