केन्द्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम ने मंगलवार को कहा कि इसराइली राजनयिक की पत्नी पर कल हुआ हमला आतंकी हमला था और इसे किसी प्रशिक्षित व्यक्ति ने अंजाम दिया। घटना की कड़ी निन्दा करते हुए चिदंबरम ने कहा कि हर देश के राजनयिक को भारत में रहने तथा शांति और सुरक्षा से काम करने का अधिकार है।
उन्होंने कहा कि फिलहाल भारत किसी व्यक्ति या संगठन विशेष की ओर अंगुली नहीं उठा रहा है। यह स्पष्ट है कि इस हमले को किसी प्रशिक्षित व्यक्ति ने अंजाम दिया। इस बात को मानने के पूरे कारण हैं कि इसराइली राजनयिक की पत्नी लक्ष्य थी और इसीलिए इस आधार पर हमें आगे बढ़ना चाहिए कि यह एक आतंकवादी हमला था।
इस आतंकी हमले पर गृह मंत्री ने पहली बार बयान दिया है। विस्फोट कल दोपहर बाद लगभग सवा तीन बजे हुआ था, जब प्रधानमंत्री के सात रेसकोर्स रोड स्थित आवास से कुछ ही दूर अत्यंत कड़ी सुरक्षा वाले इलाके में इसराइली दूतावास की कार पर एक चुंबकीय बम लगाया गया, जिसमें कुछ ही पल में विस्फोट हो गया।
चिदंबरम ने कहा कि हम हमले की भर्त्सना करते हैं। इसराइल और अन्य सभी देशों के साथ हमारे दोस्ताना संबंध हैं। उन्होंने कहा कि मोटरसाइकिल सवार एक व्यक्ति ने कार में विस्फोटक लगाया और यह बात पूरी तरह स्पष्ट है कि इसे ऐसे व्यक्ति ने अंजाम दिया है, जिसे इस तरह के हमलों के लिए प्रशिक्षण मिला है। विस्फोटक को इनोवा कार में लगाए जाने के कुछ ही सेकंड में विस्फोट हो गया।
गृह मंत्री ने बताया कि भारत ने इसराइल को आश्वासन दिया है कि मामले की पूरी जांच की जाएगी और इस घटना के साजिशकर्ताओं को पकड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली के पुलिस आयुक्त और जांच कार्य की देखरेख कर रहे अधिकारी ने सुबह उन्हें घटना का ब्यौरा दिया।
चिदंबरम ने बताया कि मोटरसाइकिल और उस पर सवार व्यक्ति का पता लगाने के लिए विशेष टीमें बनाई गई हैं। उन्होंने बताया कि विस्फोट में घायल महिला ताल येहोशुआ कोरेन अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी हालत स्थिर है। हम महिला राजनयिक के पूरी तरह स्वस्थ होने की कामना करते हैं। बताया गया है कि वह खतरे से बाहर हैं। तीन अन्य घायलों में से दो को अस्पताल से छुटटी दे दी गई है जबकि एक अन्य को जल्द ही छुटटी मिलने की उम्मीद है। (भाषा)