नई दिल्ली। महंगाई की आग में झुलस रही दोहरी मार पड़ने वाली है। डीजल के दाम एक बार फिर बढ़ गए हैं।
पेट्रोल के दाम में इससे पहले एक नवंबर को संशोधन हुआ था जब इसके दाम 1.15 रुपए प्रति लीटर घटाए गए थे। दिल्ली में फिलहाल इसके दाम 71.02 रुपए प्रति लीटर हैं।
सरकार ने जनवरी में तेल कंपनियों को डीजल के दाम छोटी छोटी किस्तों में बढाने की अनुमति दी थी ताकि वे बढ़ती अंडर रिकवरी (लागत से कम कीमत पर ब्रिकी के कारण होने वाले नुकसान) की कुछ भरपाई कर सकें।
रुपए में गिरावट के चलते डीजल पर अंडर रिकवरी जुलाई अगस्त में बढ़कर 14.50 रुपए लीटर हो गई थी। हालांकि डीजल के दाम में मासिक बढोतरी तथा रुपए में मजबूती आने पर अंडर रिकवरी घटकर 9.99 रुपए प्रति लीटर रह गई। डीजल के दाम में इस साल अब तक कुल मिलाकर 6.62 रपये लीटर की बढोतरी की गई है।
इंडियन आयल कारपोरेशन ने एक बयान में कहा है कि मौजूदा बढोतरी के बावजूद डीजल पर अंडर रिकवरी या नुकसान 9.99 रपये प्रति लीटर रह गया है। तेल कंपनियों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के जरिए केरोसीन की ब्रिकी पर 36.20 रपये प्रति लीटर तथा रसोई गैस (एलपीजी) पर 542.50 रपये प्रति सिलेंडर (14.2 किलो) का नुकसान हो रहा है।
सार्वजनिक क्षेत्र की आईओसी, भारत पेट्रोलियम तथा हिंदुस्तान पेट्रोलियम को चालू वित्त वर्ष के दौरान अंडररिकवरी मद में कुल नुकसान लगभग 1,39,000 करोड़ रुपए रहने का अनुमान है।
सरकार ने डीजल के दामों में 50 पैसे की बढ़ोतरी की है। बढ़े हुए दाम शनिवार मध्यरात्रि से लागू होंगे। देश के चार महानगरों में डीजल के बढ़े हुए दाम निम्न प्रकार से रहेंगे-