केंद्र ने नक्सलियों के खिलाफ संघर्ष में हवाई ताकत का इस्तेमाल करने से इनकार किया और माना कि अभियानों में कुछ नाकामी के चलते छत्तीसगढ़ में मंगलवार को 70 से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि माओवादी हत्यारे हैं।
गृह सचिव जीके पिल्लै ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि इस वक्त (नक्सल रोधी अभियान में) हवाई शक्ति के इस्तेमाल की जरूरत है। हमारे पास जो है, हम उससे संभाल सकते हैं। हालाँकि उन्होंने स्पष्ट किया कि सैनिकों को बचाने और उन्हें लाने ले जाने के लिए ही हवाई शक्ति का इस्तेमाल किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अभियान में कुछ नाकामी रही। प्रारंभिक खबरों में संकेत मिलता है कि भाकपा (माओवादी) ने आसपास के इलाकों में प्रेशर बम लगाए थे, जहाँ सुरक्षा बल आ सकते थे। इसके नतीजतन बड़ी संख्या में जवान हताहत हुए। पिल्लै ने कहा कि अभियान में भाग लेने वाले सभी 82 जवानों के बारे में पता चल गया है और माओवादियों ने किसी को कब्जे में नहीं लिया है।
उन्होंने माओवादियों को ‘हत्यारा’ करार देते हुए कहा कि सरकार मजबूती से दृढ़ है और योजनाबद्ध तरीके से माओवादियों से निपटना जारी रहेगा। (भाषा)